हादसे में शिक्षक की मौत पर शोक जताया, उठाई मौसम के चलते अवकाश होने पर शिक्षकों को उपस्थिति अनिवार्य न किए जाने की मांग

चम्पावत। मंगलवार को हुए हादसे में अल्मोड़ा के शिक्षक सचिन टम्टा की मृत्यु हो जाने पर राजकीय इंटर कॉलेज बाराकोट में उत्तरांचल (पर्वतीय) कर्मचारी शिक्षक संगठन के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी की अध्यक्षता एवं संजय कुमार के संचालन में शोक सभा का आयोजन किया गया।

शोक सभा में सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक शिक्षक संजय टम्टा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही साथ शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने दैवीय आपदा के समय छुट्टी के अवकाश में कर्मचारियों एवं शिक्षकों के कार्यालयों में उपस्थित होने के आदेशों का विरोध करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया। उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी का कहना है कि आधुनिक समय में जब सभी संसाधन उपलब्ध हैं तो दैवी आपदा में कर्मचारियों को जबरदस्ती मौत के मुंह में नहीं झोंकना चाहिए। वरन उनसे ऑनलाइन शिक्षण एवं कार्यालय कार्य लेना चाहिए। उन्होंने मांग की कि प्राकृतिक आपदा के दिन पूर्वानुमान के कारण घोषित होने वाले अवकाश के दिन शिक्षकों एवं कार्मिकों को विद्यालय में बने रहने के स्थान पर मुख्यालय में बने रहने के आदेश जारी होने चाहिए। कहा कि समस्त शिक्षक ऑनलाइन शिक्षण कार्य के लिए वचनबद्ध हैं।
प्रदर्शन करने वालों में संजय कुमार, राजकिशोर ओली, महेश चंद्र पांडेय, हयात सिंह तड़ागी, योगेश नाथ गोस्वामी, नरेंद्र टम्टा, अतुल नाथ, गणेश गिरी, अखिलेश जोशी, मनीष सामंत, प्रकाश गड़कोटी, पंकज कुमार टम्टा, प्रेम प्रकाश अधिकारी आदि शामिल रहे।
