वॉयस क्लोनिंग से ठगी का उत्तराखंड में पहला मुकदमा दर्ज, सड़क दुर्घटना की झूठी सूचना देकर छह लाख ठगे
उत्तराखंड में वॉयस क्लोनिंग से ठगी का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से वायर क्लोनिंग कर एक युवक के परिजनों को सड़क दुर्घटना की झूठी सूचना देकर छह लाख रुपये ठग लिए। इस मामले में देहरादून के वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार वायस क्लोनिंग कर ठगी का उत्तराखंड में यह पहला मामला है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
इस मामले में साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता के बेटे की सड़क दुर्घटना की झूठी सूचना देकर उनसे छह लाख 40 हजार रुपये ठग लिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से वायस क्लोनिंग (आवाज बदलकर) साइबर ठगी करने के मामले में वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, वायस क्लोनिंग कर ठगी का उत्तराखंड में यह पहला मामला है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता के बेटे की सड़क दुर्घटना की झूठी सूचना देकर उनसे छह लाख, 40 हजार रुपये ठग लिए।वसंत विहार थाना पुलिस के अनुसार, रुद्रमणि निवासी कालिंदी एन्क्लेव ने तहरीर दी कि उन्हें सात अगस्त को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसने बताया कि उनके बेटे के वाहन का दूसरे वाहन से एक्सीडेंट हो गया है।
इस दौरान एक आरोपी ने रुद्रमणि का बेटा बनकर रोते हुए उनसे बात की, जिससे उन्हें विश्वास हो गया कि उनके बेटे का एक्सीडेंट हुआ है। फोन करने वाले ठग ने मामले में समझौता कराने के लिए उनसे रुपये मांगे, जिसके बाद उन्होंने पहले पांच लाख और बाद में एक लाख 40 हजार रुपये का भुगतान दो लोगों के खाते में किया। बताया कि खातों में रकम डालने के बाद उन्होंने बेटे को फोन किया तो उसने बताया कि उनका कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने अपने खाते फ्रीज करा दिए। उन्होंने पुलिस से आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।