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पूर्व सीएम हरीश रावत ने दी मुकदमा दर्ज करवाने की चेतावनी, ‘मुस्लिम यूनिवर्सिटी’ का मुद्दा नहीं छोड़ रहा पूर्व सीएम का पीछा

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Harish Rawat ने किसे दी मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी, मुस्लिम यूनिवर्सिटी का जिन्न पड़ा गले में

प्रदेश में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस में हार का ठीकरा एक दूसरे के सिर फोड़ा जा रहा है। नेता कहीं पार्टी के निर्णयों को गलत बता रहे हैं तो कहीं बड़े नेताओं की बयानबाजी को। इससे अलग पार्टी के उत्तराखंड (Uttarakhand) में सेनापति हरीश रावत के गले में प्रदेश में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना का मुद्दा हड्डी की तरह अटक गया है। इस मुद्दे से बौखलाए हरीश रावत ने अब एक सोशल मीडिया पेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी है। खंडन के बाद भी मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Muslim University) का मामला अपने से जोड़े जाने से नाराज रावत ने अब सीधे पुलिस में मुकदमा दर्ज कराए जाने की चेतावनी दी है।

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अपने सोशल मीडिया एकाउंट के माध्यम से यह चेतावनी देते हुए हरीश रावत ने कहा कि “Dhami Ki Dhoom, धामी अर्थात पुष्कर सिंह धामी। इस नाम के फेसबुक पेज से मेरी एक आपत्तिजनक फोटो पोस्ट की गई है, जिसकी हमने चुनाव के दिनों में चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसको तत्काल हटाने के आदेश सभी को चुनाव आयोग ने दिये थे और इसको आपत्तिजनक व कानून के विरुद्ध माना था। उस फोटो को लगाकर नीचे एक जाली अखबार के साथ एक क्रिएटिव बनाकर पोस्ट किया गया है और उस पोस्ट का स्क्रीनशॉट लेकर के भी लोग मेरे पोस्टों में कमेंट पर पोस्ट कर रहे हैं, जिसका कहीं अता-पता नहीं है, उसका संदर्भ देकर मेरा नाम लेकर यह कहा गया है कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलेगी और यह अखबार भी झूठी है। कभी इस तरीके का कोई बयान मैंने नहीं दिया है और क्योंकि ये भाजपा के धामी की धूम फेसबुक पेज में है जो राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के नाम पर है और मैं चाहता हूं कि इस तरीके झूठे समाचार प्रकाशित करने के लिए इस पेज के एडिटर, मुझसे माफी मांगे अन्यथा मैं साइबर क्राइम के तहत इनके खिलाफ #FIR दर्ज कराने के लिए बाध्य होऊंगा।” रावत ने पोस्ट के साथ ही इस पेज का लिंक शेयर किया है। हालांकि जिस पोस्ट का लिंक उन्होंने शेयर किया है, वह 9 मार्च यानी मतदान से एक दिन पहले का है। इसका मतलब है कि पोस्ट की वजह से कांग्रेस को जो राजनैतिक नुकसान होना था, वह हो चुका है। इसलिए उनकी इस पोस्ट पर तमाम मिश्रित कमेंट की भरमार लगी हुई है।


मालूम हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान सहसपुर विधानसभा क्षेत्र के एक अल्पसंख्यक कांग्रेस नेता द्वारा प्रदेश में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग करते हुए दावा किया था कि हरीश रावत ने यूनिवर्सिटी बनाने का वायदा किया है। मुसलमानों के लिए हरीश रावत द्वारा यूनिवर्सिटी बनाये जाने के आश्वासन को भारतीय जनता पार्टी ने अपना मुख्य मुद्दा बनाते हुए हरीश रावत पर हमले शुरू कर दिये थे। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मुद्दे को भुनाते हुए इसे प्रदेश में मुसलमानों के बढ़ता प्रभाव बताया था। ऐसे में विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद से कांग्रेस का प्रीतम कैम्प हार के लिए हरीश रावत के इस बयान को जिम्मेदार ठहरा रहा है। जबकि हरीश रावत ऐसा कोई आश्वासन ही दिए जाने से इनकार कर रहे हैं।

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नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड