उत्तरकाशीउत्तराखण्डनवीनतमहादसा

सहस्त्रताल ट्रैक में फंसे चार और ट्रैकरों की मौत, मरने वालों की संख्या हुई आठ, छह को रेस्क्यू किया गया

ख़बर शेयर करें -

सहस्त्रताल ट्रैक पर चार और ट्रैकर्स की मौत हो गई। मृतकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। वर्ष 2022 में हुए निम के द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन हादसे के बाद दूसरा बड़ा हादसा।

उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा पर करीब 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्रताल में फंसे कर्नाटक, महाराष्ट्र के चार और ट्रैकरों की मौत हो गई है। अब तक आठ ट्रैकरों की जान जा चुकी है। मालूम हो कि 29 मई को एक 22 सदस्यीय दल मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। यहां चार ट्रैकर की ठंड लगने से मौत हो गई। 18 ट्रैकर वहां फंसे थे, इनमें से आज चार ट्रैकर की और मौत हो गई। जिला प्रशासन के अनुरोध पर वायु सेना के दो चेतक हेलिकॉप्टर अभियान में लगाए गए हैं। दस ट्रैकर को सुरक्षित लाया जा चुका है।

जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया है कि सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल के लिए गए हैं। वन विभाग की दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गांव से आगे गई है। जबकि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से एसडीआएफ के दल ने भी टिहरी जिले के बूढ़ाकेदार की तरफ से रेस्क्यू शुरू किया।

इस रेस्क्यू अभियान के समन्वय में जुटे पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि एसडीआरएफ की माउंटेनियरिंग टीम भी देहरादून से हेलिकॉप्टर से एरियल रैकी के लिए गई है। साथ ही सहस्त्रताल ट्रेक रुट पर फंसे ट्रैकर्स को निकालने के लिए वायु सेवा के द्वारा भी सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।

ट्रेकर एजेंसी वालों ने क्या कहा: ट्रेकर एजेंसी के भगवत सेमवाल ने बताया कि करीब साढ़े 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्रताल पहुंचने के लिए भटवाड़ी ब्लाक के सोरा गांव से 45 किमी की लंबा सफर पैदल तय करना पड़ता है। इसके साथ ही इस ट्रेक के लिए मौसम आजकल अनुकूल रहता है, लेकिन जब हाइट पर पहुंचते हैं तो वहां पर तेज हवा के साथ ही धुंध फैल जाती है। इस कारण ट्रेकर रास्ता भटक जाते हैं। इसी कारण इस ट्रेकर दल के सदस्य भी रास्ता भटक गए होंगे।

6 ट्रेकर्स हुए रेस्क्यू: सहस्त्रताल में फंसे 6 ट्रेकर्स को रेस्क्यू कर लिया गया है। इनमें सौम्या पत्नी विवेक उम्र 37, विनय पुत्र कृष्णमूर्ति उम्र 47, शिव ज्योति, सुधाकर पुत्र बीएस नायडू उम्र 64 वर्ष, सुमृति वाइफ ऑफ गुरु राज उम्र 40 वर्ष, सीना उम्र 48 वर्ष शामिल हैं। सभी लोग कर्नाटक के रहने वाले हैं।

Ad