अच्छी खबर : चम्पावत जिला अस्पताल में फिर से शुरू हुए ऑपरेशन से प्रसव
चम्पावत। जिला अस्पताल में गायनाकोलॉजिस्ट (एलएमओ) के आने से गर्भवतियों को फिर से इलाज की सुविधा मिलने लगी है। संबद्ध डॉक्टर के कार्यभार संभालने और मातृत्व अवकाश पर गईं गायनाकोलॉजिस्ट के एक अक्तूबर को लौटने से जिला अस्पताल में अब दो गायनाकोलॉजिस्ट सेवाएं दे रही हैं।
जिला अस्पताल में 19 अगस्त से गायनाकोलॉजिस्ट न होने से 30 सितंबर तक गर्भवती महिलाओं के इलाज में दिक्कत आ रही थी। खासकर ऑपरेशन की सुविधा न होने से जटिल प्रसव नहीं हो पा रहे थे, लेकिन अब पहली अक्तूबर से हालत सुधर गए हैं। अल्मोड़ा के मासी अस्पताल से यहां संबद्ध की गईं गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका कांडपाल सेवाएं दे रहीं हैं। जिला अस्पताल में पहले से तैनात गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. मोनिका के 180 दिनों के मातृत्व अवकाश से पूर्व 38 दिनों में लौट आने से वे भी महिलाओं का इलाज कर रहीं हैं। जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. एचएस ऐरी का कहना है कि जिला अस्पताल में पहली अक्तूबर से गायनाकोलॉजिस्ट सेवा दे रहीं हैं। इससे महिलाओं खासकर गर्भवतियों की परेशानी दूर हुई।