सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने मंडल स्तरीय बैठक में किया ई-पॉस मशीन का विरोध

लोहाघाट/चम्पावत। सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने डिजीटल ई-पॉस मशीन लगाने के जोरदार विरोध किया। इस दौरान आयोजित मंडल स्तरीय बैठक में अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चंपावत जिले के सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने मानदेय आदि मांगों पर भी चर्चा की। उन्होंने मांगे पूरी न होने पर जून माह से पूर्ण रूप से हड़ताल करने का निर्णय लिया।

पाटन पाटनी के पंचायत भवन पर सोरघाटी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष प्रकाश बोहरा की अध्यक्षता पर शनिवार को बैठक आयोजित हुई। मुख्य अतिथि विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने सस्ता गल्ला विक्रेताओं की मांगों को जायज बताते हुए पूर्ण समर्थन दिया। विधायक ने कहा कि उनकी मांगों को वह देहरादून में भी उठाएंगे।
बैठक में पिथौरागढ़ से आए प्रदेश अध्यक्ष मनोज पांडेय ने कहा कि सस्ता गल्ला विक्रेता कोरोना से लंबित बिलों के भुगतान की मांग, 30 हजार रुपया मासिक मानदेय की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि अब सरकार सस्ता गल्ला विक्रेताओं के ऊपर ई पॉस मशीन की अनिवार्यता डाल रही है। इससे विक्रेताओं को भारी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि सस्ता गल्ला विक्रेताओं को मुख्य गोदामों से तोलकर भी राशन नहीं मिल रहा है। इससे उठान किए गए राशन में लगातार भारी नुकसान हो रहा है।
बैठक में विक्रेताओं ने कहा कि यदि सरकार जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह जून माह से राशन का उठान बंद कर हड़ताल शुरू कर देंगे। बैठक में डीडीहाट से गणेश कन्याल, पिथौरागढ से कैलाश जोशी, अल्मोड़ा से रिंकू साह, अभय साह और चम्पावत जिले से सलीम जावेद, सुरेश जोशी, रामू ढेक, हरीश चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।

