पूर्णागिरि क्षेत्र में कॉर्बेट ट्रेल के शुरुआती बिंदु से हरेला महोत्सव का आगाज
टनकपुर। विख्यात अंग्रेज शिकारी जिम कॉर्बेट की स्मृति को सहेजने वाले पूर्णागिरि क्षेत्र के टाक गांव में भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) देहरादून और वन विभाग ने रविवार को पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्थान के डॉ. जीएस रावत के नेतृत्व में यहां आम और जामुन के 25 पौधे रोपे गए। डीएफओ रमेश चंद्र कांडपाल ने बताया कि 1938 में टाक में जिम कॉर्बेट ने जिस जगह आदमखोर बाघिन को मारा था, उस जगह झरना और आम का पेड़ था लेकिन सूखने के बाद आम का पेड़ सूखकर नष्ट हो गया था। अब ठीक उसी स्थान और आसपास आम और जामुन के पेड़ लगाए गए। जिम कॉर्बेट ट्रेल के इस क्षेत्र में पौधरोपण के साथ ही विभाग ने हरेला महोत्सव का आगाज भी किया। डब्ल्यूआईआई के डॉ. रावत ने बताया कि वन विभाग के सहयोग से जिम कॉर्बेट के इतिहास को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। डीएफओ कांडपाल ने बताया कि चम्पावत में कॉर्बेट ट्रेल को विकसित किया जाना है। इस दृष्टि से भी यह क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण है। इस मौके पर डब्ल्यूआईआई के वैज्ञानिक डॉ. नवीन चंद्र जोशी, विवेक रंजन, लोहाघाट डीएवी स्कूल के प्रबंधक बीसी मुरारी, मदन मोहन तिवारी, बद्री दत्त जोशी, मोहन धामी, भरत कुंवर, दिलीप सिंह, टाक के सरपंच प्रकाश तिवारी, केशव दत्त तिवारी आदि मौजूद रहे।