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हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से अडानी को फिर लगा झटका, अमीरों की सूची में टॉप 10 से हुए बाहर, 11वें पायदान पर पहुंचे

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भारत के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी की संपत्ति में तेजी से कमी देखी जा रही है। पिछले कुछ दिनों में अडानी के शेयरों में तेजी से गिरावट आई है। ग्रुप के कई शेयर्स में भारी बिकवाली देखी जा रही है और इसके कारण कंपनी के हजारों करोड़ रुपये मार्केट में डूब गए हैं। अडानी ग्रुप के शेयर्स में भारी गिरावट के बाद गौतम अडानी अब दुनिया के दस सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं।
अमेरिका की रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी को बड़ा नुकसान पहुंचा है। पहले दुनिया की अमीरों की सूची में चौथे नंबर पर रहने वाले गौतम अडानी रिपोर्ट सामने आने के बाद सातवें नंबर पर पहुंच गए थे। अब वह ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के टॉप-10 अरबपतियों की सूची में अब 11 वें नंबर पर आ गए हैं। गौतम अडानी संपत्ति 36.1 अरब डॉलर कम होकर 84.21 अरब डॉलर पर आ गई है। सूची में रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी 12वें नंबर पर हैं। मतलब गौतम अडानी और मुकेश अंबानी के बीच अब मात्र एक पायदान का फर्क रहा गया है।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की सूची में पहले नंबर पर बर्नार्ड अर्नाल्ट हैं। उनकी कुल संपत्ति 189 बिलियन डॉलर बताई गई है। इसके बाद दूसरे नंबर पर एलन मस्क हैं, जिनकी कुल संपत्ति 160 बिलियन डॉलर बताई गई है। तीसरे नंबर पर जेफ बेजोस हैं, जिनकी संपत्ति 124 बिलयन डॉलर बताई गई है। सूची में चौथे नंबर पर बिल गेंट्स हैं, जिनकी संपत्ति 111 बिलियन डॉलर है। पांचवें नंबर पर वारेन बफेट हैं जिनकी संपत्ति 107 बिलियन डॉलर बताई गई है।
छठे नंबर पर लैरी एलिसन है जिनकी संपत्ति 99.5 बिलियन डॉलर है. सातवें नंबर पर लैरी पेज हैं, जिनकी कुल नेट वर्थ 90 बिलियन डॉलर बताई गई है। 86.9 बिलियन डॉलर के साथ स्टीव बालमर आठवें नंबर पर हैं। वहीं, सेरजी ब्रिन 86.4 बिलियन डॉलर के साथ नौवें नंबर पर हैं। कारलॉस स्लिम 85.4 बिलियन डॉलर के साथ दसवें स्थान पर हैं।
पिछले हफ्ते हिंडनबर्ग ने गौतम अडानी की कंपनी को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया था। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है अडानी ग्रुप ने सफलता के लिए अपने अध्यक्ष गौतम आडानी की संपत्ति को भ्रमित करने का प्रयास किया है। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की कंपनियों को लेकर कुल 413 पृष्ठों की रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप दशकों से स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड में शामिल है। इसके साथ-साथ यह भी कहा गया है कि अडानी ग्रुप की शेयर बाजार में लिस्टेड अहम कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज भी है। अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर बढ़ा-चढ़ाकर दिखाए गए हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया कि अडानी ग्रुप ने भारत की सफलता के लिए अपने अध्यक्ष, गौतम अडानी की संपत्ति को भ्रमित करने का प्रयास किया है। हम असहमत है स्पष्ट होने के लिए हम मानते हैं कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और एक रोमांचक भविष्य के साथ एक उभरती हुई महाशक्ति है। हम यह भी मानते हैं कि अडानी समूह द्वारा भारत के भविष्य को रोका जा रहा है, जिसने व्यवस्थित रूप से देश को लूटते हुए खुद को भारतीय ध्वज में लपेट लिया है।