मुझे भाजपा के दोस्तों से सैन्य बलिदान पर कुछ लेक्चर की आवश्यकता नहीं : हरीश रावत
पंजाब में कांग्रेस मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाकर प्रधानमंत्री इमरान खान व पाकिस्तानी आर्मी चीफ के गले मिलने को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जंग जारी है। भाजपा के प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के उस बयान पर जिसमें रावत ने कहा है कि देानों पंजाबी सख्श हैं अगर वह प्रा यानि भाई से गले मिलते हों तो इसमें आपत्ति कैसी। बलूनी ने रावत के इस बयान पर तंज कसते हुए कहा है कि जिस पाकिस्तानी जनरल के भारतीय व उत्तराखंड के सेना के जवानों के खून से हाथ रंगे हों उसे भाई कहना कहीं से उचित नही है। रावत के इस तरह के बयान अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। बलूनी के इस बयान के बाद रावत ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा है कि भाजपा के नेता इस तथ्य से परिचित हैं कि विभाजन के बाद जो हिस्सा पाकिस्तान में रह गया पंजाब काए उसे भी पंजाब ही कहा जाता है और वहां रहने वालों को पंजाबी ही कहा जाता है। सिद्धू यदि दूसरे पंजाबी व्यक्ति से जो पाकिस्तान का जनरल हैए उससे गले मिले तो वो एक धार्मिक सुख संवाद को देने के क्रम में मिले, गले मिले तो एक धार्मिक सुसंवाद को जो श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने के विषय में था उसको लेकर के मिले, उसमें भाजपा को राजनीति नजर आती है। मगर मुझे कोई राजनीति नजर नहीं आती है, मुझे तब भी राजनीति नजर नहीं आई थी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिना बुलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर चले गये थे और वहां उनसे गले मिले थे और वहां बिरयानी का लुत्फ़ उठाया था क्योंकि हर समय हम विद्वेष की नजर से ही हर किसी को नहीं देखते हैं। जहां तक रहा सवाल उत्तराखंड की सैन्य परंपरा को याद दिलाने का अनिल बलूनी को जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। मेरे परिवार, रिश्तेदारी.नातेदारी में सिपाही से लेकर के ब्रिगेडियर तक विभिन्न पदों पर शोभायमान हैं। मेरे भतीजे, मेरे भांजे, मेरे रिश्तेदार.नातेदार, आम उत्तराखंडी के तरीके से विभिन्न सैन्य पदों को सुशोभित कर रहे हैं, हमें उन पर गर्व है। मुझे इस बात का भी गर्व हासिल है कि आतंकवाद से लड़ते हुए कश्मीर में मेरे दामाद शहीद हुये थे, तो मुझे भाजपा के दोस्तों से राष्ट्रवाद और सैन्य सम्मान व सैन्य बलिदान पर कुछ लेक्चर की आवश्यकता नहीं है। इसलिये अपने लेक्चरों को वो सुरक्षित रखें।