बुआ के घर जाने की जिद पूरी न हुई तो किशोर ने दे दी जान
चम्पावत। विकास खंड लोहाघाट के राइकोट महर गांव के एक 14 वर्षीय किशोर ने फांसी के फंदे से लटकर अपनी जान दे दी। बताया जाता है कि किशोर अपनी बुआ के घर जाने की जिद पर अड़ा था। परिजनों के मना करने पर फंदे पर लटकर कर जान दे दी। मौत के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। एसओ जसवीर सिंह चौहान ने बताया है कि राइकोट महर गांव के रितिक महर (14) पुत्र नरेश सिंह महर ने घर के भीतर कमरे में पंखा लगाने के लिए लगी सरिया में चुन्नी से फंदा लगाकर अपने जान दे दी। पुलिस के अनुसार पूछताछ में पता चला कि किशोर अपनी बुआ के घर जाने की जिद कर रहा था। घरवालों ने वहां पर अभी जाने के लिए मना किया और कहा कि बाद में जाएगा। इसी बात को लेकर किशोर ने घर में कमरे में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी। देर तक दरवाजा नहीं खोला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया। आनन फानन में परिजनों ने उसे नीचे उतारकर अस्पताल ले गए। चिकित्सा अधीक्षक जुनैद कमर ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही किशोर की मौत हो चुकी थी।