चम्पावत में छह माह तक नहीं मिलेगी ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा, गर्भवती महिलाओं को लगाने होंगे निजी अस्पतालों के चक्कर
चम्पावत जिले में अगले छह माह तक गर्भवती महिलाओं के इलाज पर संकट आ गया है। इस अवधि में चम्पावत जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव नहीं हो सकेंगे। ये नौबत स्त्रीरोग विशेषज्ञ (गायनोलॉजिस्ट) के छह माह के अवकाश पर जाने से आई है। इसके चलते महिलाओं को दिक्कत होने पर दूसरे जिलों अथवा निजी अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ेगी।
जिले में सिर्फ चम्पावत जिला अस्पताल में ही गायनोलॉजिस्ट हैं, लेकिन गायनोलॉजिस्ट डॉ. मोनिका बीती 19 अगस्त से 180 दिन के अवकाश पर हैं। इस कारण फरवरी 2023 तक जिला अस्पताल में सामान्य, जटिल प्रसव के अलावा ऑपरेशन के जरिए भी प्रसव की सुविधा नहीं मिल सकेगी। अलबत्ता अस्पताल में सामान्य प्रसव की सुविधा मिलेगी। वहीं सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल का कहना है कि निदेशालय को पत्र भेज वैकल्पिक व्यवस्था का अनुरोध किया जा रहा है।