मर्सिडीज में भांजे को सैर कराने निकला था मामा, चार मजदूरों के लिए काल बनी कार, गिरफ्तार

राजधानी देहरादून के राजपुर रोड पर एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने बुधवार रात को सड़क किनारे चल रहे चार मजदूरों को रौंदा डाला था। चारों की मौके पर ही मौत हो गई। कार चालक गाड़ी को रोकने के बजाय वहां कुछ दूरी पर खड़े स्कूटर को टक्कर मारकर भाग गया। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर चालक को हिरासत में लिया है।


मर्सिडीज में भांजे को सैर कराने के लिए मामा निकला था, लेकिन चार मजदूरों के लिए कार काल बन गई। गुरुवार को एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेस कर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मर्सडीज कार में मामा-भांजा सवार थे। भांजा 12 साल का है। जबकि युवक 22 साल का है जोकि कार चला रहा था। युवक दिल्ली निवासी है और अपनी रिश्तेदारी में देहरादून में रह रहा था। युवक के जीजा यहां रहते थे। उन्हीं की कार लेकर निकले थे। कार की रफ्तार 70 से 75 बताई जा रही है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 22 वर्षीय चालक को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के बाद वह कार को खड़ी कर दोस्त की स्कूटी लेकर भाग गया था। बच्चे से भी पूछताछ की गई है। सीसीटीवी भी खंगाले गए। बताया कि हिट एंड रन में युवक को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर कैमरा नहीं था।
30 मीटर दूर गिरे मजदूर, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई हादसे की भयावहता की कहानी
हादसे की भयावहता की कहानी प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस के सामने बयां की। लोगों का कहना था कि उन्हें यहां बम फटने के जैसी आवाज आई। पल भर में देखा तो यहां पर तीन चार लोग पड़े हुए थे। कार की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस जगह कार ने टक्कर मारी वहां से मजदूर करीब 30 मीटर दूर आकर गिरे। जिस जगह मजदूर आकर गिरे वहां की नींव (एक फिट ऊंची दीवार) भी टूट गई।
हादसे के वक्त कार की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। दरअसल जिस जगह हादसा हुआ वहां पर अस्पताल के पास कई मकान हैं। मकान में रहने वाले लोग उस वक्त आसपास ही खड़े हुए थे। इनमें कोई अपने आंगन में मौजूद था और कोई बाहर टहल रहा था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वह गली में टहल रहे थे। इसी बीच जोर के धमाके की आवाज आई तो वह सड़क किनारे आए। इतने में ही देखा कि वहां पर कुछ लोग अचेत हालत में पड़े थे। पास में ही एक स्कूटर गिरा था और दो लोग कराह रहे थे। सभी को उत्तरांचल आयुर्वेद हॉस्पिटल में ले कर गए। लेकिन वहां से उन्हें दून अस्पताल भेज दिया गया। वहां चार को मृत घोषित किया गया। जबकि दो घायलों का इलाज चल रहा है।
कार के टूटे टुकड़ों से हुई ब्रांड की पहचान काफी देर रही गफलत
मौके पर काफी देर तक यही गफलत रही कि गाड़ी कौनसी थी। कुछ देर बाद ही पता चला कि पुलिस ने एक चंडीगढ़ नंबर होंडा सिटी को रोका है। इससे कहा जाने लगा कि गाड़ी होंडा सिटी थी। लेकिन कुछ देर बाद मर्सिडीज का लोगो पड़ा मिला तो बताया गया कि यह मर्सडीज है। थोड़ी ही देर बाद वहां पर कार की विंडो बिडिंग से भी पता चला कि कार मर्सडीज बेंज ही थी। कार का रंग काला या डार्क ग्रे बताया जा रहा है।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मुरादाबाद का रहने वाला है और बीबीए करने के बाद दिल्ली में जॉब करता था। दिल्ली से जॉब छूटने के बाद वह काम की तलाश में देहरादून आया था। फिलहाल वो देहरादून में एक पीजी में रह रहा था। 12 मार्च को अपनी जीजा की गाड़ी लेकर भांजे को घुमाने मसूरी रोड की तरफ ले गया था। वहीं से लौटते समय अचानक उसकी कार से सामने दो स्कूटी आई गई थी, जिसमें से एक स्कूटी में टक्कर लग गई थी। तभी उसकी कार बेकाबू होकर सड़क किनारे जा रहे चार व्यक्तियों से जा टकराई। घटना के बाद उसने कार को सहस्त्रधारा में एक खाली प्लाट पर खड़ा कर दिया था और अपने एक परिचित मोहित से अपने भांजे को छोड़ने के लिये उसकी स्कूटी मांगी थी। भांजे को जाखन में छोड़कर उसने मोहित की स्कूटी उसे वापस कर दी, जिसके बाद आरोपी को आज पुलिस ने आईएसबीटी से गिरफ्तार किया गया। अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून
