भारत ने तीसरी बार जीता वनडे वर्ल्ड कप का खिताब, कपिल देव और धौनी के बाद हरमनप्रीत कौर ने रचा इतिहास
मुंबई। भारत ने अपना तीसरा वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीत लिया है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 में दक्षिण अफ्रीका को हराकर देश की झोली में तीसरा वनडे वर्ल्ड कप खिताब डाल दिया है। इससे पहले भारत को भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने दो वनडे वर्ल्ड कप जिताए हैं। कपिल देव ने 1983 में पहली बार भारत को वनडे वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया था। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने दूसरी बार भारत को वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिलाई थी। अब हरमनप्रीत ने भी इतिहास के पन्नों में अपना नाम अमर कर दिया है।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2 नवंबर को नवी मुंबई के डी. वाई पाटिल स्टेडियम में महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल खेला गया। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 298 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका 299 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 45.3 ओवर में 246 रनों पर ऑलआउट हो गई और भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 52 रनों से मैच जीतकर वर्ल्ड कप पर जीत दर्ज कर ली।

महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में 2 अप्रैल 2011 को भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका के साथ वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था। इस मैच में भारत ने श्रीलंका को 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 6 विकेट से हराया था। इस मैच में धौनी ने भारत के लिए विजयी छक्का लगाया था। भारत के लिए धौनी ने 79 गेंदों में 91 रनों की पारी खेली थी। गौतम गंभीर ने 97 रन बनाए। श्रीलंका के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन बनाए। इसके बावजूद भारत ने 28 साल बाद दूसरा वनडे वर्ल्ड कप जीता था।

भारतीय क्रिकेट का सुनहरा इतिहास कपिल देव ने अपनी कप्तानी से लिखना शुरू किया। वनडे वर्ल्ड कप 1983 में भारतीय टीम को सब मजाक की तरह लेते थे, लेकिन कपिल की टीम ने वेस्टइंडीज को फाइनल में हराकर भारत को पहली बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया। उस समय वेस्टइंडीज की टीम को हराना नामुमकिन माना जाता था, लेकिन भारत ने ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया था।

भारतीय क्रिकेट टीम 60 ओवर के मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 54.4 ओवर में 183 रनों पर आउट हो गई थी। भारत के लिए कृष्णमचारी श्रीकांत ने सर्वाधिक 38 रन बनाए। वेस्टइंडीज भारतीय बॉलर्स के आगे 184 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 52 ओवर में 140 पर ढेर हो गई थी और इसके साथ ही भारत ने 43 रनों से जीत दर्ज कर पहली बार वर्ल्ड कप जीता था। भारत के लिए मदन लाल और मोहिंदर अमरनाथ ने 3-3 जबकि कपिल देव और रॉजर बिन्नी ने 1-1 विकेट हासिल किया था।

