चम्पावत जिले के इस गांव के लोगों के लिए सुखद है टमाटर के दाम बढ़ना, किसानों के चेहरों पर है खासी रौनक

चम्पावत। टमाटर के दाम आसमान छूंने की वजह से जहां आम लोग बेहाल हैं, वहीं इससे चम्पावत जनपद के विकास खंड पाटी के ग्राम पटनगांव के लोग इसको लेकर बेहद खुश नजर आ रहे हैं। हों भी क्यों नहीं, बाजार में टमाटर के दाम बढ़ने से उन्हें उनकी फसल की ऊंची कीमत मिल रही है। भारी बारिश होने के चलते तराई क्षेत्र से टमाटर की आवक बेहद कम होने के चलते पटनगांव के टमाटर की मांग आसपास के जिलों की मंडी में खासी बढ़ गई है। इससे किसानों को खासा लाभ हो रहा है। इस बार उन्हें पिछले साल की अपेक्षा तिगुने से अधिक कीमत मिल रही है।


पाटी का पटनगांव टमाटर के लिए प्रसिद्ध है। मोहन सिंह व उन जैसे अन्य किसानों ने वर्ष 2007 से इसकी शुरुआत की। बीज और स्थानीय खाद के अलावा कीटनाशक के कम प्रयोग से यहां के टमाटर पूरी तरह जैविक है। मांग और मुनाफा बढ़ने पर यहां तेजी से खेती का रकबा बढ़ा। अभी दो हजार नाली से अधिक क्षेत्र में टमाटर की खेती होती है। इन दिनों यहां टमाटर खरीदने के लिए हल्द्वानी, काशीपुर, बरेली, खटीमा आदि क्षेत्रों से कई कारोबारी आ रहे हैं। वह 65 रुपये किलो की दर से करीब 55 क्विंटल टमाटर खरीद चुके हैं जबकि पिछले साल यहां टमाटर की कीमत 15 से 20 रुपये किलो तक थी। गौरतलब है कि टमाटर की खेती की वजह से क्षेत्र की कारोबारी गतिविधियां बढ़ रहीं हैं। इन किसानों से प्रेरित होकर आसपास के गांवों के किसान भी टमाटर की खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
चम्पावत जिले में 420 हेक्टेयर क्षेत्र में होती है खेती
चम्पावत जिले में पहाड़ और मैदान दोनों जगह टमाटर की खेती होती है। जिला उद्यान अधिकारी टीएन पांडेय का कहना है कि चंपावत जिले में 420 हेक्टेयर क्षेत्र में टमाटर की खेती होती है। इसमें 3,700 मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है।

