खटीमा : पंचतत्व में विलीन हुए आइटीबीपी के इंस्पेक्टर मदन राज भट्ट

खटीमा। अमरनाथ यात्रा मार्ग पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए आइटीबीपी के इंस्पेक्टर मदन राज भट्ट का शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पार्थिव शरीर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इंस्पेक्टर भट्ट का पार्थिव शरीर आज शुक्रवार को उनके निवास स्थान शिव कलौनी लाया गया था। वहां से सनातन संस्कृति की परंपरा के उपरांत बनबसा स्थित शारदा घाट में सैनिक सम्मान के साथ उनको अंतिम सलामी आईटीबीपी के जवानों द्वारा दी गयी। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शारदा घाट बनबसा पहुंच कर शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि। चिता को मुखाग्नि राज भट्ट के पुत्र विनोद भट्ट ने दी। अन्तिम संस्कार में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, हिमांशु बिष्ट , भुवन जोशी, सतीश भट्ट, किशोर जोशी, एसडीएम रविन्द्र बिष्ट, एसडीएम टनकपुर सुदंर सिंह तोमर आदि उपस्थित रहे।
जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील क्षेत्र के बलुवाकोट निवासी मदन मोहन भट्ट आईटीबीपी में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। बीते कई वर्षों से उनका परिवार उधमसिंह नगर जिले के खटीमा तहसील क्षेत्र के शिव कालोनी नौगवांठग्गू में रहता है। वर्तमान में उनकी तैनाती आईटीबीपी की तीन बटालियन बरेली में थी। जहां से उन्हें इन दिनों अमरनाथ यात्रा ड्यूटी पर भेजा गया था। बताया गया है कि बीते रोज वह अनंतनाग क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे थे इसी दौरान एकाएक हृदयगति रुक जाने से उन्होंने वीरगति प्राप्त की। शहीद मदन राज भट्ट के भाई लक्ष्मी दत्त भट्ट के मुताबिक आईटीबीपी के अधिकारियों ने गुरुवार को उनकी शहादत की खबर दी। जिससे परिवार में कोहराम मच गया। बता दें कि शहीद मदन अपने पीछे पत्नी गंगा देवी, पुत्र विनोद, पुत्री रेखा एवं पूजा सहित भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। बीते 12 जून को ही वह अपने परिवार के साथ छुट्टियां व्यतीत कर ड्यूटी के लिए रवाना हुए थे। जिसके बाद उन्होंने अमरनाथ यात्रा पर ड्यूटी में जाने की जानकारी अपने परिजनों को दी थी। शहीद मदन वर्ष 1987 में आईटीबीपी में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे।

