कुमाऊं : पुलिस ने किया पीटीसी कर्मी की मौत का खुलासा, हत्यारोपी पिता-पुत्र को किया गिरफ्तार, विधवा बहन पर बुरी नजर रखने का था शक
बागेश्वर। काफलिगैर तहसील के कभड़ा गांव में पीटीसी कर्मी नन्दन सिंह मेहता की मौत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। साथ ही हत्यारोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। कभड़ा गांव में हुए हत्याकांड से ग्रामीण सहमे हुए थे।
गदेरे में पीटीसी कर्मी का शव बरामद होने के बाद पुलिस उपाधीक्षक शिवराज सिंह राणा ने एसओजी की टीम के साथ मौका मुआयना किया। जिसके बाद पुलिस ने गहनता से मामले की जांच की और जानकारी जुटाई। सीओ राणा ने घटनास्थल की बारीकी कर संदिग्धों को चयनित कर लिया।और मामले के संदिग्ध आरोपी से जरूरी जानकारी भी जुटानी शुरू कर दी।
मामले में झिरौली पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज होने के दस घंटे के भीतर हत्यारोपी पिता और पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को दाणोंछीना मंदिर के पास से पकड़ा है। इसके बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा। न्यायालय के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई होगी। ज्ञात हो कि तीन दिन पूर्व पीटीसी कर्मचारी नंदन सिंह का शव गांव के गधेरे में खून से सना मिला। मामले में मृतक के बेटे ने गांव के ही पिता व पुत्र के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज कराने के महज दस घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपी शेर सिंह पुत्र बीर सिंह उम्र-62 व उसके पुत्र बलवंत सिंह उम्र 27 वर्ष निवासीगण ग्राम कभड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा। न्यायालय के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
पुलिस के अनुसार मृतक नंदन सिंह का हत्यारोपियों के घर पर आना-जाना था। थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नगरकोटी ने बताया कि हत्यारोपी शेर सिंह के घर पर उसकी (शेर सिंह) विधवा बहन रहती थी। हत्यारोपी शेर सिंह को शक था कि मृतक नंदन सिंह उसकी बहन पर बुरी नजर रखता था। 13 जून की रात लगभग 11 बजे नंदन सिंह घर का दरवाजा खटखटाने लगा। दोनों पिता-पुत्र (आरोपी) घर से बाहर आए। घर पर नंदन सिंह को सामने देखकर तैश में आ गए और पत्थरों से कुचलकर उसकी हत्या कर दी। शव को पास के गधेरे में फेंक दिया। हत्यारोपियों की गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नगरकोटी, एसओजी प्रभारी प्रह्लाद सिंह, एएसआई किशन सिंह, जगदीश प्रसाद उमेश पंत व किरन नेगी शामिल थे।