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बुधवार की शाम को चम्पावत के लिए यादगार बना गए कुमार विश्वास, इशारों इशारों में सीएम धामी का प्रचार भी कर गए, गोरल चौड़ में आयोजित कवि सम्मेलन में उमड़ी जबरदस्त भीड़

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चम्पावत। चम्पावत में चल रहे उप चुनाव के समर के बीच बुधवार की शाम को गोरल चौड़ मैदान में विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। देवभूमि विचार मंच की ओर से आयोजित सम्मेलन में जानेमाने कवि कुमार विश्वास ने भी शिरकत की। उन्होंने अपनी प्रस्तुतियों से बुधवार की शाम चम्पावत के लिए यादगार बना दी।




चुनावी माहौल में चुनाव की बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। चुनाव की बात प्रत्यक्ष नहीं अप्रत्यक्ष रूप से हुई और कुमार विश्वास इशारों इशारों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का प्रचार कर गए। इस दौरान वे कहते रहे कि कवि सम्मेलन का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मजाकिया लहजे में मौजूद मीडिया से कहा कि वे आचार संहिता का उल्लंघन कतई नहीं करने वाले। कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने वाले निवर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी व सीएम पुष्कर धामी की पत्नी गीता धामी भी मंचासीन रहीं। आयोजकों की ओर से उत्तराखंडी टोपी पहना कर अतिथियों व कवियों का स्वागत किया।








कार्यक्रम के शुरुआत में सांस्कृतिक दल चकपुर के कलाकारों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद कुमार विश्वास व अन्य कवियों ने मां सरस्वती व मां भारती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। इस मौके पर कुमार विश्वास ने कहा कि पहाड़ की खुशहाली के पीछे महिलाओं का हाथ है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग सीधे सच्चे सरल और चेतना संपन्न होते हैं। उत्तराखंड बेहद ही सुकून देने वाली जगह है। उन्होंने कहा कि गोलू देवता की भूमि में आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड से उनका विशेष लगाव है। वे साल में एक महीना तो देवभूमि में आकर बिताते हैं। बताया कि वे फिल्मों के लेखन का कार्य भी उत्तराखंड में रह कर ही करते हैं। उन्होंने उत्तराखंडी भोजन की बात करते हुए गहत की दाल व रायते का भी जिक्र किया। बातों बातों में उन्होंने महाराष्ट्र के गर्वनर व उत्तराखंड के राजनेता भगत सिंह कोश्यारी की भी चर्चा की और उन्हें पहाड़ की पहचान बताते हुए संत करार दिया।





कवि सम्मेलन की शुरुआत लखनऊ से पधारीं कवित्री कविता तिवारी ने की। उन्होंने मां भगवती व शारदा की वंदना करते हुए कहा कि .. सारी धरा तुम्हारे ही गीत गा रही है, ऐसा लगा तू मधुरिम वीणा बजा रही है। आ जाओ मंच पर भी, आसन यहीं लगा लो, देवी सरस्वती मां बेटी बुला रही है। इसके बाद मुंबई से पधारे दिनेश बावरा ने हास्य का तड़का लगाया और लोगों खूब वाहवाही लूटी। इसके बाद यूपी के प्रसिद्ध कवि गजेंद्र प्रियांशु ने प्रस्तुति दी। उन्होंने हास परिहास पर आधारित कविताएं सुनाईं। उन्होंने वर्तमान हालातों पर पर कटाक्ष भी किए। इसके बाद नोएडा से पधारीं कवित्री शिखा दीप्ति प्रेम व श्रृंगार पर आधारित कविताएं सुनाईं। उन्होंने कहा … रोज मिलना मिलाना जरूरी नहीं, इश्क जग को जताना जरूरी नहीं। इसके बाद आगरा से पधारे रमेश मुस्कान ने काव्य पाठ किया। उन्होंने एक से बढ़कर एक हास्य कविताएं सुनाईं। लोगों ने उन्हें खूब दाद दी। इसके बाद सु्प्रसिद्ध कवियत्री कविता तिवारी ने काव्य पाठ किया। उन्होंने देशप्रेम व राष्ट्रवाद से ओतप्रोत कविताएं सुनाईं। जिससे श्रोताओं में खासा जोश जागा। उन्होंने उनके काव्य पाठ पर जमकर तालियां बजाईं।




अंत में सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास से अपनी कविताएं सुनाईं। उनके माइक पर आते ही श्रोताओं में जबरदस्त उत्साह दिखा। सबसे पहले उन्होंने अपनी सिग्नेचर कविता ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है… कविता पढ़ी तो लोगों में जबरस्त उत्साह दिखा। श्रोताओं ने उन पर जी भर के प्यार लुटाया। इसके बाद उन्होंने .. इस अधूरी जवानी का क्या फायदा, इस अधूरी कहानी का क्या फायदा कविता सुनाई। इसके बाद उन्होंने देश पर मर मिटने वाले शहीदों को समर्पित कविता सुनाई। बताया कि इस कविता को उन्होंने कारगिल युद्ध के समय उस दौरान नैनीताल में लिखा, जब शहीद मेजर राजेश अधिकारी का शव नैनीताल पहुंचा था। कविता के बोल हैं … कि है नमन उनको कि जो इस देह को अमरत्व देकर इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए हैं, है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय, जो धरा पर गिर पड़े और आसमानी हो गए। इस कविता को सुन कर मौजूद सभी लोग भावविह्वल हो गए और सबकी आंखें नम हो गईं। संचालन गिरजाशंकर जोशी ने किया। कार्यक्रम संयोजक राजेंद्र गहतोड़ी, पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, लोहाघाट के पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रकाश तिवारी, ध्रुव रौतेला, श्याम नारायण पांडेय, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश अधिकारी, भाजयुमो नगर अध्यक्ष गौरव पांडेय समेत तमाम लोग मौजूद रहे। चकरपुर के सांस्कृत दल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया।