लोहाघाट नगर को नैनीताल की तर्ज पर किया जाए विकसित, सतपाल महाराज के समक्ष उठाई गई मांग
लोहाघाट/चम्पावत। पर्यटन, लघु सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क मंत्री सतपाल महाराज मंगलवार को लोहाघाट पहुंचे थे। यहां उन्होंने कोली ढेक झील का निरीक्षण किया। इस दौरान उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजू गड़कोटी उन्हें ज्ञापन सौंप कर लोहाघाट नगर को नैनीताल की तर्ज पर विकसित करने की मांग उठाई।
ज्ञापन में कहा गया है कि लोहाघाट नगर ब्रिटिश काल से बसा हुआ शहर होने के साथ-साथ उत्तराखंड में एक अलग पहचान रखता है। वर्तमान में कोली ढेक झील के निर्माण होने से पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण शहर बन गया है। इसे नैनीताल की तर्ज पर पर्यटकों के लिए विकसित किया जाना अति आवश्यक प्रतीत होता है। लोहाघाट के स्टेशन बाजार, खड़ी बाजार, रामलीला मैदान एवं मीना बाजार होते हुए हथरंगिया तक पर्यटकों के पैदल भ्रमण के लिए मार्ग उचित रूप से विकसित किया जाना आवश्यक है, जिससे कि क्षेत्रीय व्यापारियों का रोजगार बढ़ेगा और क्षेत्रीय उत्पादों को भी बाजार मिल सकेगा।
राजू गड़कोटी ने अपने मांग पत्र में लोहाघाट के मां झुमाधुरी मंदिर को रोडवेज से जोड़ने, प्रसिद्ध मां लड़ीधूरा मंदिर को पर्यटन मानचित्र से जोड़ने एवं पर्यटन मद से विशाल सत्संग भवन विकसित करने, मां हिंगला देवी मंदिर तक रोपवे, लोहाघाट के प्रसिद्ध बाणासुर किले को पर्यटन के लिए विकसित करने, प्रसिद्ध ब्यानधुरा मंदिर पहुंच मार्ग निर्माण एवं मेला स्थल विकसित करने, सुई के प्रसिद्ध मां भगवती मंदिर एवं होली प्रांगण के सौंदर्यीकरण, कोलीढेक झील में पर्यटकों हेतु सैड निर्माण, शौचालय निर्माण, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस व्यवस्था करने, श्री हरेश्वर एवं क्रांतेश्वर महादेव मंदिर में सुगम संपर्क मार्ग निर्माण एवं सौंदरीकरण, मां अखिलतारणी मंदिर में विशाल सत्संग भवन का निर्माण किए जाने की मांग की है।