लोहाघाट : पेयजल के लिए ठाड़ाढुंगा के लोग सड़क पर उतरे, दिगालीचौड़ के लोगों ने अनशन का निर्णय लिया वापस

लोहाघाट। नगर में पेयजल की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। जल संकट से जूझ रहे ठाड़ाढुंगा में लोगों ने जलसंस्थान के खिलाफ खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
सोमवार को निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा के नेतृत्व में लोगों ने ठाड़ाढुंगा वार्ड में जलसंस्थान के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मोहल्ले में तीसरे और चौथे दिन पानी आ रहा है, वह भी केवल 15 मिनट से लेकर 18 मिनट तक। उन्होंने कहा कि जलसंस्थान के पानी से एक आदमी की भी पूर्ति नहीं हो पा रही है। लोगों को कई किलोमीटर दूर जाकर पेयजल का प्रबंध करना पड़ रही है। लोगों ने बताया कि नगर में लगे जलसंस्थान के हैंडपंप भी बीते 10 दिनों से खराब पड़े हैं। कई बार शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। लोगों ने बताया कि पूर्व में नगर पालिका की ओर से लगे हैंडपंप और सोलर हैंडपंप से कुछ राहत मिल रही है। लेकिन हैंडपंप में भी रात से ही लोगों की लाइन लगनी शुरू हो जा रही है। चेतावनी दी कि यदि पांच दिन के अंदर जलसंस्थान ने व्यवस्थाएं सुधारी नहीं तो समस्त लोहाघाट नगर के लोग सड़कों पर उतर जाएंगे। इस मौके पर मोहल्ले के कई महिलाएं और पुरुष शामिल रहे।


दिगालीचौड़ के लोगों ने अनशन के निर्णय को वापस लिया
लोहाघाट विकास खंड के दिगालीचौड़ क्षेत्र में भी पेयजल संकट बना हुआ है। उन्होंने पिछले दिनों पेयजल समस्या का समाधान न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी थी। वहीं सोमवार को एसडीएम के आश्वासन के बाद लोगों ने अनशन का निर्णय वापस लिया।
सोमवार को नाकोट खोलिया के ग्राम प्रधान पवन कुमार और देवकी अधिकारी के नेतृत्व में दिगालीचौड़ क्षेत्र के लोगों ने एसडीएम रिंकू बिष्ट को ज्ञापन दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि दिगालीचौड़, बांकू, धूरा और बुरकिल्ला में पेयजल समस्या गहरा गई है। बताया कि क्षेत्र के सभी हैंडपंप खराब हो गए हैं। जिससे लोग मीलों दूर जाकर पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। छह साल पहले दिगालीचौड़ में पानी के लिए बोरिंग की गई थी, लेकिन लोगों को योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया। इसके अलावा धूरा बुरकिल्ला तोक में भी एक साल पहले बोरिंग की गई थी, लेकिन यह योजना भी अधूरी है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त प्रशासन ने उन्हें पानी की समस्या से निजात दिलाने का भरोसा दिया था, जिसके बाद उन्होंने मतदान किया। एसडीएम ने लोगों को बताया कि जलसंस्थान के अभियंता को क्षेत्र में हैंडपंप सही करने के लिए भेज दिया गया है, जो बुधवार तक सही हो जाएंगे। एसडीएम ने कार्यदायी संस्था से वार्ता के बाद 15 मई तक पंपिग योजना भी शुरू करने की बात कही। लोगों ने एसडीएम के आश्वासन के बाद आमरण अनशन का निर्णय वापस लिया। ज्ञापन देने में ग्राम प्रधान देवेन्द्र बिष्ट, पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्कर बोहरा, गिरीश खोलिया, गोविंद बोहरा, मनोज काजी आदि मौजूद रहे।
