जनपद चम्पावतस्वास्थ

लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय कि 20 दिनों से खराब पड़ी अल्ट्रासाउंड मशीन अचानक हुई ठीक, जानें लोगों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ क्यों है गुस्सा

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लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय कि पिछले 20 दिनों से भी अधिक समय से खराब पड़ी हुई अल्ट्रासाउंड मशीन अचानक से ठीक हो गई। अब अस्पताल में गर्भवती महिलाओं व मरीजों के अल्ट्रासाउंड होने लगे हैं। जिससे दूरदराज क्षेत्रों से आने वाली गर्भवती महिलाओं व मरीजों को राहत मिली है।

मालूम हो कि लोहाघाट अस्तपाल प्रशासन पिछले ​20 दिनों से मशीन को खराब बता रहा है। तब से ही अल्ट्रासाउंड का कार्य ठप पड़ा है। जिससे गर्भवती महिलाओं व मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अल्ट्रासाउंड कराने के लिए चम्पावत या फिर बड़े शहरों की ओर जाना पड़ता है। गुरुवार को चम्पावत जिला चिकित्सालय से आए रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप बिष्ट के द्वारा लोहाघाट की रेडियोलॉजिस्ट व अस्पताल प्रबंधन के द्वारा खराब बताई गई अल्ट्रासाउंड मशीन चेक की तो वह ठीक निकली। इसके बाद उन्होंने 27 अल्ट्रासाउंड किए।
डॉक्टर बिष्ट ने कहा मशीन बिल्कुल सही तरीके से काम कर रही है। मशीन में थोड़ी बहुत दिक्कत है और मशीन अल्ट्रासाउंड करने लायक है और सही डाइग्नोस दे रही है। मशीन को खराब क्यों बताया गया यह तो अस्पताल प्रबंधन ही जाने। वहीं लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय की रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर सोनाली मल्होत्रा ने कहा अल्ट्रासाउंड मशीन का प्रोव खराब हुआ है।जिस कारण पिक्चर क्वालिटी साफ नहीं आ पा रही है। इस मशीन से वह अल्ट्रासाउंड नहीं कर सकती हैं। डॉ सोनाली ने कहा अगर अल्ट्रासाउंड मशीन सही होती तो वे लोहाघाट में अल्ट्रासाउंड करना छोड़ जिला चिकित्सालय चम्पावत अल्ट्रासाउंड करने क्यों जातीं। उनके पास मशीन की टेक्निकल रिपोर्ट भी मौजूद है तथा उनके द्वारा सीएमओ को मशीन के प्रोब के खराब होने की जानकारी पहले ही दी जा चुकी है। मशीन खराब थी या नहीं, ये तो गहन जांच के बाद ही पता चल सकेगा।
फिलहाल मशीन ठीक होने की जानकारी मिलने से लोगों में रोष फैल गया है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर अल्ट्रासाउंड मशीन खराब होने की झूठी सूचना देने का आरोप लगाया है। राज्य आंदोलनकारी राजू गड़कोटी, सभासद राजकिशोर साह, दीपक साह इसे अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही बताते हुए मामले की जांच कराने व सीएमएस का ट्रांसफर करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सही मशीन को खराब बताना तथा अल्ट्रासाउंड सेवा को बंद कर मरीजों को परेशान करना स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही है।