सराहनीय पहल : 55 करोड़ से होगा लोहावती नदी का होगा कायाकल्प
नदी में मिलने वाले गंदे नालों को टेप कर दूषित जल को किया जायेगा इनटेक के बाहर, डीएम के संज्ञान में समस्या आने के बाद हरकत में आए अधिकारी


लोहाघाट/चम्पावत। नगर के निचले ढाल से बहने वाली लोहावती नदी का रूप व स्वरूप बदलने के द्वार खुल गए हैं। इसी नदी में नगर के सभी नालों का गंदा पानी मिलने से कभी यह दुर्लभ प्रजाति की महाशीर मछली का आशियाना रही यह नदी प्रदूषित होकर न केवल अपने अस्तित्व से जूझ रही है बल्कि इसी नदी के निचले ढाल से नगर के लिए लिफ्ट पेयजल योजना का निर्माण किया गया था। जिसके पानी का सेवन करने से नगर के लोग वर्ष भर पीलिया से ग्रस्त रहते है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नदी संरक्षण योजना के तहत चंपावत की गंडक, लोहाघाट की लोहावती नदी को पुनर्जीवित कर उसे साफ रखने की स्वीकृति दी थी, लेकिन संबंधित विभाग मस्तानी चाल से कार्य कर रहे थे। जब यह मामला डीएम मनीष कुमार के संज्ञान में आया तो काम की गति ने तेजी पकड़ी।


नगर पालिका सभागार मे चेयरमैन गोविंद वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में जल निगम एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि लगभग 55 करोड रुपए लागत से सभी लोहावती नदी में गिर रहे गंदे नालों को टेप कर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा जल्द ही योजना की डीपीआर तैयार होकर कार्य शुरू किया जाएगा। जिससे नदी अविरल रूप में आयेगी। चेयरमैन ने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को धन्यवाद देते हुए लोगों को बधाई दी। तहसीलदार जगदीश सिंह नेगी ने बताया कि लोहाघाट बाईपास सड़क में देवराड़ी बैंड के नीचे आठ नाली भूमि को सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए चिन्हित कर लिया गया है। इस स्थान में नगर से बहनें वाले सभी गंदे नालों के जल को ट्रीट किया जाएगा। बैठक में नितेश डांगर ने बताया कि जिलाधिकारी की पहल पर यह बैठक आयोजित की है। जिससे लोगों को वस्तु स्थिति की जानकारी मिल सके।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि लोहावती नदी को साफ रखने की मुहिम चला रही रीता गहतोड़ी ने भी मुख्यमंत्री को इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया है। बैठक में तहसीलदार जगदीश सिंह नेगी, अधिशासी अधिकारी सौरव नेगी, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग तरुण कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम बी के पाल, अभियंता प्रबुद्ध शर्मा, वन विभाग के भास्कर नैनवाल,, अभियंता आर डी भट्ट, अभियंता एन के गरकोटी, ललित खोलिया आदि मौजूद रहे।


