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मां पूर्णागिरि मेले में यातायात सुव्यस्थित किए जाने की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन भेजा

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टनकपुर। मां पूर्णागिरि मेले के दौरान यातायात व्यवस्था सुव्यस्थित किए जाने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने तहसीलदार के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन की प्रतिलिपि कुमाऊं कमिश्नर और मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय को भेजी गई है।


स्थानीय नागरिकों ने शनिवार को डीएम को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार जगदीश गिरी को सौंपा। जिसमें कहा गया है कि विगत कई वर्षों से संचालित हो रहे पूर्णागिरि मेले के दौरान टनकपुर से वाहनों में पूर्णागिरि मेले के लिए जगह-जगह से सवारियां ढोने से एक ओर जहां अफरा-तफरी का माहौल बना रहता है, वहीं दुर्घटनाओं की भी आशंका बनी रहती है। पुलिस प्रशासन और परिवहन विभाग द्वारा कारगर कदम ना उठाए जाने से वाहन स्वामियों और चालकों द्वारा मनमर्जी की जाती है। जिसको लेकर हर समय दुर्घटना का भय बना रहता है। इधर, व्यापारियों ने डीएम से टनकपुर से नियमित स्थान से सवारियों को मेले के लिए ढोये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की पुरजोर वकालत की है।


बताया गया कि टनकपुर में निर्धारित स्थान से कई वाहन स्वामी व चालक सवारिया नहीं उठाते हैं। नगर के बीचों-बीच जगह-जगह सवारियां उठाने से एक ओर जहां अफरा-तफरी मची रहती है वहीं, दुर्घटना की आशंका को भी नहीं नकारा जा सकता है। समस्या से जूझ रहे स्थानीय लोगों ने सामाजिक कार्यकर्ता मोहित गड़कोटी के नेतृत्व में मेला प्रशासन से टनकपुर में नगर में जगह-जगह से सवारियां उठाने पर रोक लगाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि निर्धारित स्थान से ही पूर्णागिरि मेले के लिए वाहनों का संचालन होना चाहिए। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि पूर्णागिरि मेले को पुरानी पानी की टंकी से संचालित किया जाए, एक बार में मेला क्षेत्र में 6 टैक्सी एवं दो बसों को खड़े करने की अनुमति दी जाए, इसके अलावा अनावश्यक वाहनों को न रुकने दिया जाए। साथ ही टुकटुक चालकों की व्यवस्था भी ठीक करने की मांग करते हुए किराया सूची लगाने की मांग की है। इसके अलावा मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने मेला क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात करने के साथ ही खोया पाया केंद्र बनाए जाने की भी मांग की है। ज्ञापन में नगर उद्योग व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, पूर्व जिला महामंत्री कैलाश चंद्र कलखुड़िया, धीरेंद्र खर्कवाल, सौरभ कलखुड़िया, नवनीत जोशी, विनय अग्रवाल, नवीन सिंह, सहित तमाम लोगों के हस्ताक्षर हैं।