उत्तराखण्ड

कोरोना काल में शादी भी जरूरी है, इसलिए कोविड सेंटर में संपन्न हुआ विवाह

ख़बर शेयर करें -

कोरोना काल में शादियों का सीजन भी चल रहा है। ऐसे में अभी तक कई शादियां पीपीई किट पहनकर हुई हैं तो कई जगह दुल्हनें बारात लेकर दूल्हें के यहां पहुंचीं। अब एक विवाह कोविड सेंटर में संपन्न हुआ है। रामनगर में दूल्हा-दुल्हन ने कोविड सेंटर में निकाह किया। यहां दुल्हन खुद कोविड सेंटर पहुंची, जहां दूल्हा पहले से भर्ती था। इसके बाद मौलवी ने पीपीई किट पहनकर निकाह संपन्न करवाया। निकाह कराने में कोविड के नोडल अधिकारी ने भी सहयोग किया। जानकारी के अनुसार रामनगर के धनपुर के नफीस अहमद की शादी सुल्तानपुर पट्टी निवासी शबनम से 27 मई को तय हुई थी। नई गाइडलाइन के चलते शादी के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे गाइडलाइन का पालन करते हुए दोनों पक्षों ने कोरोना टेस्ट कराया तो दूल्हा कोरोना पॉजिटिव निकल गया। शादी के दो दिन पहले उसे कोविड सेंटर में भर्ती होना पड़ा, लेकिन उन्होंने शादी का इरादा नहीं बदला। लोगों की राय के बाद दोनों ने कोविड सेंटर में निकाह करना तय किया। निकाह में परिवार का कोई भी सदस्य नहीं था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नोडल अधिकारी डा. प्रशांत कौशिक ने बताया है कि शासन ने विवाह में आरटीपीसी रिपोर्ट अनिवार्य की है। बारात ले जाने से दो दिन पहले दूल्हा आरटीपीसीआर जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया। पर युवक ने शादी को नहीं टालना चाहा। ऐसे में मौलाना ने दोनों को पीपीई किट पहनाकर निकाह की रस्म अदा कराई। इसके बाद कोरोना संक्रमित नफीस और शबनम पति-पत्नी बन गए। कोविड सेंटर में हुए निकाह में डॉक्टर और अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।