लोहाघाट में पिलर से टकराई मारुति कार, एक व्यक्ति की मौत
चम्पावत। लोहाघाट के कोली ढेक में मारुति 800 के पिलर से टकराने से कर्णकरायत के रहने वाले समाजसेवी बलवंत सिंह बिष्ट (62) पुत्र स्व. जोध सिंह बिष्ट की मौत हो गई। उनकी मौत से बिसुंग क्षेत्र में शोक की लहर है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर शाम 8:00 बजे के लगभग बलवंत सिंह बिष्ट अपनी मारुति 800 डीएल6/सीसी1138 से लोहाघाट से कर्णकरायत की ओर जा रहे थे, तभी कोली ढेक के पास अचानक कार अभियंत्रित होकर सड़क किनारे पिलर से टकरा गई। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चम्पावत जिला चिकित्सालय रेफर किया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं शुक्रवार को सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है। बलवंत सिंह बिष्ट अपने व्यवहार के चलते बिसुंग क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। उनकी मौत पर पूरे क्षेत्र वासियों ने दुख जताया है। मालूम हो बलवंत सिंह बिष्ट क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश सिंह बिष्ट (दान) के पिता हैं।
जैसा मैंने किया वैसा आप कभी न करें
मैं अपने खड़ी होली दल के साथ रात के लगभग 8:30 बजे नैनीताल से वापस आ रहा था। अचानक कोली झील के पास पहुंचे नमन जोशी फोन पर मुझे बताते हैं की कोली झील के पास किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट हुआ है, आप जल्दी पहुंचे, मैं दुगनी स्पीड से वहां पहुंचा, वहां पहुंचकर मैंने देखा कि एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति की मारुति 800 कार पैराफिट से टकराई हुई है, मैंने वहीं से थाना अध्यक्ष लोहाघाट को फोन पर दुर्घटना की जानकारी दी तथा हिमांशु जोशी ने 112 पर एक्सीडेंट की सूचना एवं एंबुलेंस उपलब्ध कराने का निवेदन किया। एक बालक एक्सीडेंट में घायल अचेत को नानाजी नानाजी पुकार कर चेतना वापस लाने का प्रयास कर रहा था। मुझे लगा कि स्थिति इतनी गंभीर नहीं है तब मैं नमन जोशी,हिमांशु जोशी एवं अन्य पांच नवयुवकों को उनकी मदद के लिए वहीं खड़ा कर अपने एक और साथी के मुसीबत में पड़े परिवार की मदद करने के लिए आगे निकल गया। 10 मिनट बाद में वापस इस स्थान पर पहुंचा तो घायल व्यक्ति को उनके परिजन निजी वाहन से अस्पताल ले जा चुके थे। हमारे साथी तब भी वही खड़े थे पुलिस के साथ हमने एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त वाहन को सड़क से हटाया फिर हम सब अपने-अपने घर को चले गए।
प्रातः काल पता चला एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति श्री बलवंत सिंह बिष्ट जी थे जिनकी चंपावत अस्पताल में मृत्यु हो गई है। बलवंत सिंह जी हमारे अत्यंत करीबी मित्र दिनेश सिंह बिष्ट जी के पिताजी हैं। अब मुझे ऐसा लगने लगा है कि यदि मैं अपने वाहन में डालकर बलवंत सिंह बिष्ट जी को अस्पताल पहुंचा दिया होता तो शायद वह बच जाते। इस घटना का मुझे इतना पछतावा हो गया है कि मैं स्वयं को बलवंत जी के हत्यारे के रूप में देख रहा हूं। मैं मां भगवती से प्रार्थना करता हूं कि वह बलवंत सिंह बिष्ट जी की पवित्र आत्मा की शांति एवं परिजनों को इस अपार दुःख को सहन करने की सामर्थ प्रदान करें। सबसे यह भी प्रार्थना करता हूं कि जब भी सड़क पर कोई एक्सीडेंट होता है तो पहले सारे काम छोड़कर एक्सीडेंट में घायल व्यक्तियों की मदद करें क्या पता हमारा एक प्रयास किसी के जीवन को बचाने में सार्थक रहे। आपसे यह भी प्रार्थना है कि जैसा मैंने किया वैसा आप कभी भी ना करें।
नागेंद्र कुमार जोशी,अध्यक्ष
लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच,बाराकोट