खटीमा के बाबा भारामल के धाम में बदमाशों का हमला, महंत बाबा हरि गिरि महाराज समेत दो की हत्या की, सीएम धामी की खासी आस्था है बाबा भारामल पर
उत्तराखंड के जनपद उधमसिंह नगर जिले में खटीमा विधानसभा क्षेत्र के सीमांत सुरई वन रेंज में गुरुवार रात को अज्ञात बदमाशों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। यहां अज्ञात बदमाशों ने सिद्ध बाबा भारामल के समाधि स्थल के महंत बाबा हरि गिरि महाराज और एक अन्य व्यक्ति की हत्या कर दी। बदमाशों के इस हमले में एक सेवादार नन्हे बाबा गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल शुरू की। मालूम हो कि बाबा भारामल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की खासी आस्था है। वे अक्सर बाबा के दर्शनों को पहुंचते हैं। पिछले दिनों हुए भंडारे में शामिल होकर सीएम धामी ने वहां पर भक्तों को स्वयं प्रसाद बांटा।
जानकारी के अनुसार बदमाशों के हमले में घायल हुए सेवादार नन्हे बाबा ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक गुरुवार देर रात को करीब 12 बजे तीन लोगों ने इस हमले को अंजाम दिया था। उस वक्त आश्रम में बाबा हरी गिरी महाराज और सेवादार नन्हे बाबा के अलाव दो अन्य मानसिक रोगी मौजूद थे। सभी लोग आश्रम में ही अलग-अलग स्थानों पर सो रहे थे। बाबा हरी गिरी महाराज और सेवादार नन्हे बाबा कुछ समझ पाते उससे पहले बदमाशों ने लाठी डंडों से उन पर हमला करना शुरू कर दिया।
इस हमले में बाबा हरी गिरी महाराज और मानसिक रोगी युवक रूपा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरा रोगी जगदीश डर के मारे जंगल की तरफ भाग गया था। सेवादार नन्हे बाबा ने बताया कि बदमाशों ने उस पर भी हमला किया था, जिससे वो बेहोश हो गया था। हमलवार उसे मरा हुआ समझ कर फरार हो गए थे। बता दें कि सिद्ध बाबा भारामल समाधि धाम यहां के लोगों की आस्था की बड़ा केंद्र है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बाबा भारामल पर खासी अस्था रखते हैं। बीती 27 दिसंबर को धाम में हुए भंडारे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां खुद पहुंचे थे। मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारी ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वारदात स्थल से साक्ष्य एकत्र करने के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया था।
वहीं, बदमाशों के हमले से घायल हुए सेवादार नन्हे बाबा को उपचार के लिए खटीमा के नागरिक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार सेवादार नन्हे बाबा की हालत स्थिर है। सीओ खटीमा वीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। जांच में वन विभाग के जंगल में लगे कैमरा ट्रैप और डॉग स्क्वाड के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली जा रही है। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टता मामला लूटपाट की नियत से अंजाम देने का लग रहा है, वहीं मौके पर पहुंचे खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने भी इस घटना पर रोष जताते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।