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मिशन 2022 # नेताओं के बयानों से असहज हुई भाजपा, कौशिक ने की हरक और फर्त्याल से बात

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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मंगलवार को यमुना कॉलोनी स्थित अपने सरकारी आवास में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और पार्टी विधायक पूरन सिंह फर्त्याल से मंत्रणा की। बंद कमरे में चली इस मंत्रणा के बाद कौशिक ने इसे सामान्य मुलाकात बताया। हालांकि, सियासी हलकों में दोनों नेताओं को तलब किए जाने की चर्चाएं तैर रही थीं। बकौल कौशिक, हरक सिंह हमारे वरिष्ठ नेता हैं और साथ मिलकर काम करेंगे और पार्टी चुनाव में 60 से अधिक सीटें जीतेगी। सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत से सुबह फोन पर बात की। उन्हें नाश्ते के लिए आमंत्रित किया। रावत नहीं गए। बकौल रावत, किसी कारणवश उन्हें देरी हो गई, जिससे वह नाश्ते पर नहीं जा सके। सियासी हलकों में चर्चा रही कि रावत ने कौशिक का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। हालांकि, रावत ने इसका खंडन किया और कहा कि उन्हें लंच के समय कौशिक के घर जाना है। दोपहर बाद वह कौशिक के घर पहुंचे जहां उनकी मंत्रणा हुई। लोहाघाट के पार्टी विधायक पूरन फर्त्याल को भी प्रदेश कार्यालय में बुलाया गया था। फर्त्याल पार्टी कार्यालय पहुंचे। बैठक खत्म करने के बाद कौशिक बाहर निकले तो उन्होंने फर्त्याल को अपने वाहन बैठने को कहा। फर्त्याल उनके वाहन में बैठकर आवास गए जहां बंद कमरे में उनसे चर्चा की गई।
प्रदेश भाजपा कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के दो बयानों से असहज बताई जा रही है। पहला बयान उन्होंने हरीश रावत के सामने नतमस्तक होने को लेकर दिया था। इस पर पार्टी में खासी प्रतिक्रिया रही। इसके बाद उन्होंने एक और बयान दिया कि वह अपने अभी तक के राजनीतिक जीवन में इस कार्यकाल में अपनी विधानसभा के लिए अधिक कार्य नहीं करा सके। इसके अलावा भाजपा विधायक पूरन फर्त्याल ने आपदा के कार्यों को लेकर अपनी सरकार पर राहत कार्यों में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया। दौरे पर आए आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की मौजूदगी में उन्होंने खुली नाराजगी जाहिर की और दिल्ली में शिकायत करने की चेतावनी तक दे डाली। उनके इस बयान को वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। उनके इस व्यवहार को पार्टी ने बेहद गंभीरता से लिया। 

फर्त्याल के बदले सुर, तेजी से हो रहे राहत कार्य
चुनाव क्षेत्र में खासे नाराज नजर आए विधायक पूरन फर्त्याल के मंगलवार को सुर एकदम बदले नजर आए। उन्होंने कहा कि हमारी बात सुनी गई। उसके बात त्वरित काम हुआ। सांसद भी गए। लोगों को चेक बांटे गए। जहां चार मशीनें थी, वहां 20 मशीनें लगी हैं। मैं मुख्यमंत्री और आपदा प्रबंधन मंत्री को धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने मेरी बातों का संज्ञान लेते हुए प्रशासन को सख्त निर्देश दिए।