विधायक गहतोड़ी ने कार्यकर्ताओं से किया संवाद, जिलाध्यक्ष की गैरमौजूदगी रही चर्चा का विषय
चम्पावत। शुक्रवार को विधायक कैलाश गहतोड़ी ने अपने बनबसा स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं से संवाद किया। संवाद का यह कार्यक्रम आनन फानन में बुलाया गया। इस बैठक को लेकर सुबह से ही तरह तरह के कयास लगाए जाते रहे, लेकिन सभी हवाई निकले। बैठक को लेकर दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा भी चला। बताया जा रहा है कि ये कार्यक्रम कार्यकर्ताओं और विरोधियों को संदेश देने के लिए आयोजित किया गया था। बैठक में दूर-दराज से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि 2022 का चुनाव कैलाश गहतोड़ी के नेतृत्व में ही लड़ा जाए। खासबात यह रही कि इस कार्यक्रम में बनबसा से सबसे नजदीक यानी टनकपुर में निवास करने वाले भाजपा जिलाध्यक्ष दीप चंद्र पाठक व टनकपुर मंडल के तमाम पदाधिकारी गैरमौजूद रहे। इसे लेकर भी तमाम तरह की चर्चाएं थी। दरअसल, चम्पावत विधानसभा में 2022 चुनाव के लिए टिकट को लेकर तमाम तरह की अटकलें बीते कई दिनों से लग रही थीं। यहां लंबे समय से भीतरखाने संगठन के बीच मनमुटाव भी चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया के माध्यम से यह जगजाहिर भी हो रहा है। इसी को लेकर विधायक कैलाश गहतोड़ी ने शुक्रवार को बनबसा में आनन-फानन में कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया था। कार्यक्रम शुरू होते ही कैलाश गहतोड़ी के समर्थन में कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे थे। वह लोग 2022 चुनाव हर हाल में कैलाश गहतोड़ी के नेतृत्व में ही लड़ने की मांग करने लगे। कार्यकर्ता विधायक की उपलब्धियों के आधार पर उनसे अगला चुनाव हर हाल में लड़ने का आह्वान कर रहे थे। इस कार्यक्रम में टिकट के कुछ अन्य दावेदारों को भी बुलाया गया था। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शंकर पांडेय, पूर्व जिलाध्यक्ष हेमा जोशी, सुभाष बगौली, हरीश पांडेय, हरीश भट्ट समेत तमाम पदाधिकारी व वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे।