लोहाघाट में वन-वे व्यवस्था के खिलाफ विधायक अधिकारी ने दिया धरना
ट्रायल पर चल रही व्यवस्था को जल्द हटाकर पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग
चम्पावत। लोहाघाट में वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक खुशाल सिंह अधिकारी के नेतृत्व में धरना दिया। विधायक के साथ धरने में कई व्यापारी भी बैठे। उन्होंने ट्रायल के तौर पर चल रही व्यवस्था को बंद कर वाहनों का आवागमन पहले की तरह जारी रखने की मांग की। बाद में एसपी अजय गणपति से वार्ता के बाद धरना स्थगित कर दिया गया।

सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ता विधायक अधिकारी के नेतृत्व में मीना बाजार चौराहे पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने नारेबाबाजी भी की। आरोप लगाया कि प्रशासन ने जनता और व्यापारियों से राय लिए बगैर वन-वे व्यवस्था लागू कर दी। विधायक अधिकारी ने कहा कि नगर की यातायात व्यवस्था में सुधार जरूरी है, लेकिन इसके लिए पुलिस को आम लोगों एवं व्यापारियों से विचार विमर्श करने के बाद कोई निर्णय लेना चाहिए था। नई व्यवस्था से व्यापारियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है। कारोबर बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि यातायात व्यवस्था को सुधारना है, तो पुलिस को मीना बाजार में वाहनों के खड़े होने पर रोक लगानी चाहिए। पूर्व की तरह केवल स्कूल समय में वन-वे व्यवस्था लागू की जाए। चेतावनी दी गई कि यदि शीघ्र सुधार नहीं किया गया, तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। धरना स्थल से विधायक अधिकारी ने एसपी से फोन पर वार्ता की और 14 दिन के ट्रायल पीरियड को कम कर व्यवस्था हटाने को कहा। एसपी से वार्ता के बाद धरना स्थगित कर दिया गया। एसपी अजय गणपति ने आश्वासन दिया कि सर्वे पूरा होने के बाद व्यापारियों को शामिल कर बैठक की जाएगी।
धरना देने वालों में कांग्रेस नगर अध्यक्ष अमर सिंह कोटियाल, वरिष्ठ नेता भगीरथ भट्ट, चांद सिंह बोहरा, भुवन चौबे, प्रदीप देव, जितेंद्र साह, डॉ. महेश ढेक, नवीन जोशी, हरीश कुमार, बल्लू ढेक के अलावा व्यापारी जीवन उप्रेती, कैलाश मेहता, कैलाश बिष्ट, रमेश गिरी, राम सिंह, हरीश कुमार, दीपक राय, जगत बिष्ट, श्याम सिंह, दिनेश मेहता, उमेश पांडेय आदि शामिल रहे।

