विज्ञापन पर चल रही है मोदी सरकार : कंहैया कुमार


हिमाचल प्रदेश में हो रहे उप चुनाव में प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस नेता कंहैया कुमार ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची जारी होने के तीसरे ही दिन कन्हैया कुमार मंडी पहुंच गए हैं। वे दिल्ली से प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ हेलीकॉप्टर से पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वहां पर प्रेस वार्ता में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और जयराम सरकार पर तंज किए। कन्हैया ने कहा कि दिल्ली से सैलानी मंडी पहुंच जाते हैं, यहां का सेब दिल्ली पहुंच जाता है, मगर विकास यहां नहीं पहुंचता। सड़कों की हालत देख कर कोई भी यह कह सकता है। दूसरे की पीड़ा वही समझ सकता है जिसने खुद पीड़ा झेली हो। मोदी कहते हैं कि वह हिमाचल में प्रभारी रहे हैं तो फिर उन्हें पहाड़ के लोगों का दर्द क्यों मालूम नहीं है। कन्हैया ने कहा कि मोदी सरकार विज्ञापन पर चल रही है। इनका तो अब यह नारा होना चाहिए कि अबकी बार विज्ञापन की सरकार। पंप पर पेट्रोल भरवाते समय ऐसा लगता है जैसे कोई सिरिंज से खून निकाल रहा है और सामने मोदी का हंसता हुए चेहरे वाला होर्डिंग लगा होता है। सरसों का तेल जैसे पेट्रोल को आवाज दे रहा है कि आओ हमारे पास दोनों बराबर हो जाएं। डबल सेंचुरी मारें। कन्हैया ने आरोप लगाया कि भाजपा ने जो अपने घोषणापत्र में वायदे किए थे वह ही पूरे नहीं हुए। अभी तक तो कांग्रेस के काम का ही फीता काटा जा रहा है। न जाने अपने काम का फीता कब काटेंगे। उन्होंने लोगों से कहा कि वह भाजपा का घोषणापत्र साथ रखें और जब भाजपा वाले वोट मांगने आएं तो उनसे पूछें कि इसका क्या हुआ। उन्होंने लोगों को सचेत किया कि भाजपा फिर से कोई शगूफा छोड़ेगी ताकि लोगों का ध्यान असली मुद्दों से हट जाए, इनका काम झूठ बोलो राज करना है। बीजेपी का मतलब ही, बड़का झूठ पार्टी, है। बड़का को पहाड़ी भाषा में बड़ा भाई कहा जाता है। उन्होंने कहा कि अब समय है कि जिस तरह से रसोई में यदि पक रही रोटी को समय से नहीं पलटेंगे तो जल जाती है वैसे ही इस उपचुनाव में सबक सिखा दिया जाए। भाजपा का उम्मीदवार एक सैनिक है, के सवाल पर कहा कि सामान्य ज्ञान की बात है कि सेना को राजनीति में नहीं लाना चाहिए, राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भले ही एक सांसद के जीतने से कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी मगर ऐसा संदेश जाएगा कि सत्ता आपकी बपौती नहीं है, इन्हें अपनी गलती का एहसास होगा, जनता की बात सुनी जाएगी, लोकतंत्र मजबूत होगा।


