लोहाघाट : विवाह समारोह के सामूहिक भोज में फूड प्वाइजनिंग के चलते 50 से अधिक लोग हुए बीमार, पांच अस्पताल में भर्ती

लोहाघाट/चम्पावत। लोहाघाट विकास खंड के पुल्ला गुमदेश क्षेत्र के ग्राम सिलिंग तोक खीड़ी में आयोजित एक विवाह समारोह के सह भोज में शामिल होने गए 50 से अधिक ग्रामीणों को अचानक उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी। ग्रामीण रात में भोज में शामिल होने गए थे और घर जाते ही उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी। जिन्हें आनन फानन में लोहाघाट जिला चिकित्सालय लाया गया।

शनिवार की दोपहर को लगभग साढ़े 11 बजे तहसीलदार लोहाघाट की ओर से जानकारी दी गई कि ग्राम सिलिंग के तोक खीड़ी में ग्रामीण विवाह समारोह के सामूहिक भोज में शामिल होने गये थे और घर जाते ही उल्टी दस्त की समस्या होने लगी। अचानक 50-60 से अधिक लोगों को उल्टी दस्त की शिकायतें प्राप्त हुयी हैं। सूचना मिलते ही प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग व पुलिस विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और मौका मुआयना किया।




जिसके बाद प्रशासन की ओर से बताया गया कि गत 29 मई को ग्राम सिलिंग के तोक खीड़ी में जवाहर गिरी पुत्र फकीर गिरी उम्र 50 वर्ष के पुत्र लक्ष्मण गिरी का विवाह समारोह था। जिसका 30 मई शुक्रवार को प्रीतिभोज हुआ था। जिसमें लगभग 250 लोग आमंत्रित हुए थे। प्रीतिभोज में दाल, चावल, सब्जी, रायता व खीर ग्रामवासियों द्वारा ही बनायी गयी थी। प्रीतिभोज दोपहर में करीब साढ़े 12 बजे से शाम चार बजे तक चला। प्रीतिभोज के बाद सभी लोग अपने-अपने घर रवाना हुए। प्रीतिभोज के 5 से 6 घण्टे बाद कुछ ग्रामवासियों को उल्टी दस्त होने की समस्या होने लगी। जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग व राजस्व विभाग को दी गयी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा खीड़ी के 100 व्यक्ति व पोखरी के 3 व्यक्ति को मौके पर ही प्राथमिक उचार दिया गया जो वर्तमान में स्वस्थ्य हैं। पांच व्यक्तियों का उपचार उपजिला चिकित्सालय लोहाघाट में किया जा रहा है। बताया गया है कि घटना की सूचना प्राप्त होते ही 108 वाहन घटना स्थल के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम, राजस्व विभाग की टीम व पुलिस टीम रवाना की गई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सभी बीमार व्यक्तियों का प्राथमिक उपचार किया गया।
तहसीलदार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुल्ला अस्पताल और चमदेवल से एएनएम और सीएचओ को भी मौके पर भेजा गया। साथ ही लोहाघाट उपजिला चिकित्सालय से सीएमएस डॉ. सोनाली मंडल भी टीम के साथ गांव पहुंचीं और प्रभावित लोगों का उपचार किया। वहीं सीएमओ डॉ. देवेश चौहान के अनुसार प्रथम दृष्टया यह फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है। लोगों से मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने भोजन में दाल चावल और रायता खाया था इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उन्होंने कहा कि फूड इंस्पेक्टर को सैंपल लेने के लिए निर्देशित किया है।

