जनपद चम्पावतनवीनतम

नगर पालिका चम्पावत एवं लोहाघाट को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में बनाया जाएगा मॉडल, कार्यशाला में कचरे का स्रोत पर ही निस्तारण किए जाने को लेकर हुई चर्चा

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चम्पावत। कचरे को उसके स्रोत/घर पर ही उचित निस्तारण करने, पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के साथ ही विभिन्न लोगों को इस कार्य से जोड़ते हुए उनकी आर्थिकी को बढ़ाए जाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला सभागार में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के संबंध में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यशाला में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में विभिन्न प्रदेशों में कार्य कर रहे संस्था गार्बेज क्लीनिक के प्रतिनिधियों के साथ ही नगर पालिका चम्पावत, लोहाघाट के अध्यक्ष, सभासदों एवं व्यापारियों के साथ ही विभिन्न अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला में गार्बेज क्लिनिक के प्रवीण नायक एवं उनकी टीम ने नगरीय ठोस अपशिष्ट कचरे का वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण, प्रबंधन के बारे में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। साथ ही कहा कि इस क्षेत्र में नगर पालिका चम्पावत एवं लोहाघाट को एक मॉडल के रूप में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के रूप में तैयार किए जाने हेतु कार्य किया जाएगा।
कार्यशाला में इस संबंध में विचार विमर्श करते हुए शीघ्र ही दोनों नगरपालिका क्षेत्रों का सर्वे कर प्रस्ताव तैयार कराने पर सहमति बनी। उन्होंने कहा की स्वस्थ शरीर से ही बेहतरीन जीवन के विकास के साथ ही देश का भी विकास होता है। इसलिए सफाई का विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जनपद चम्पावत को मॉडल जनपद बनाने में कचरे का सही वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण एवं प्रबंधन उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने बताया की कचरे को स्रोत पर ही पृथक कर उससे जैविक खाद के साथ ही सूखे कचरे से सामग्री तैयार की जा सकती है। हमारा मकसद है कि हम पर्यावरण को दूषित होने से बचा सकें एवं लोगों की आर्थिकी को बढ़ाया जा सकता है। कार्यशाला में उन्होंने बताया की लोगों को उनके घरों पर होने वाले कचरे को वही पर ही अलग अलग करने हेतु जागरूक करने की आवश्यकता है और इस कार्य में नगर पालिका महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कार्यशाला में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने टीम के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा की कार्यशाला में जो भी सुझाव दिए हैं, उन पर गहनता से अमल किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों के साथ ही ईओ चम्पावत एवं लोहाघाट को निर्देश दिए की लोगों को अपशिष्ट कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण और प्रबंधन के बारे में शत प्रतिशत जागरूक करें तथा एक अभियान के तहत लोगों के साथ मिलकर एक टीम भावना के साथ कार्य करें तथा इस क्षेत्र में कार्य योजना तैयार करें। इस दौरान उपस्थित विभिन्न जनप्रतिनिधियों आदि के द्वारा भी कूड़ा निस्तारण एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के संबंध में अपने सुझाव कार्यशाला में दिए। कार्यशाला में अध्यक्ष नगर पालिका चम्पावत विजय वर्मा, लोहाघाट गोविंद वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी आरएस रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, मुख्य शिक्षा अधिकारी जेके सक्सेना, ईओ नगर पालिका लोहाघाट मोहम्मद इस्लाम, चम्पावत चंद्रशेखर शर्मा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष लोहाघाट लता वर्मा, गार्बेज क्लिनिक के सुनील सोनी, एडवोकेट नवीन मुरारी, अध्यक्ष रिशेश्वर मंदिर लोहाघाट प्रह्लाद सिंह मेहता, क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक गोस्वामी, सभासद राज किशोर साह, मोहन भट्ट आदि उपस्थित रहे।

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