नग्न प्रदर्शनकारी निकले कुख्यात आरोपी, पुलिस ने लगाईं गंभीर धाराएं, गिरफ्तार किए गए 29 आरोपी भेजे गए जेल
छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा मानसून सत्र के दौरान फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे 267 लोगों के नौकरी करने के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुछ युवकों ने नग्न प्रदर्शन किया था। आमा सिवनी मोड़ के पास विधानसभा रोड में नग्न प्रदर्शन करने आए प्रदर्शनकारियों को ड्यूटी पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक ना सुनी। जिसके बाद पुलिस ने अश्लील और अवैधानिक प्रदर्शन को रोकने के लिए 29 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। सभी आरोपियों को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेजा दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों के संबंध में यह भी पाया गया है कि कई आरोपियों के खिलाफ पूर्व में हत्या का प्रयास, लूट, धोखाधड़ी, मारपीट, बलवा जैसे कई अपराधों में संलिप्त रहे हैं। आरोपी व्यंकटेश मनहर, जरहाभाठा बिलासपुर के विरूद्ध थाना सिविल लाईन बिलासपुर में अप.क्र. 505/21 धारा 147, 148, 149, 341, 294, 323, 506, 307, 397, 120बी आईपीसी दर्ज़ है। आरोपी विक्रम जांगड़े, जरहाभाठा बिलासपुर के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में (1) अप.क्र. 99/2011 धारा 294, 506, 323, 34 भादवि (2) अप.क्र.178/2020 धारा 294, 323, 506, 427, 34 भादवि (3) अप.क्र.1227/2022 धारा 147, 294, 506, 427 भादवि (4) अप.क्र.1290/2022 धारा 147, 419, 420, 447, 448 भादवि दर्ज़ है। आरोपी संजीत बर्मन, शांति नगर सिविल लाईन बिलासपुर के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में (1) अप.क्र.1127/2011 धारा 147, 294, 506, 427 भादवि (2) अप.क्र.950/2022 धारा 295-ए, 509-ख भादवि, 67 आईटी एक्ट (3) अप.क्र.1290/2022 धारा 147, 419, 420, 447, 448 भादवि दर्ज़ है।
आरोपी अमन दीवाकर, जरहाभाठा बिलासपुर के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में (1) अप.क्र.505/2021 धारा 147, 148, 149, 341, 294, 323, 506, 307, 397, 120बी भादवि (2) अप.क्र.1046/2021 धारा 294, 323, 506, 34 भादवि. दर्ज़ है। आरोपी आशुतोष जानी, जरहाभाठा बिलासपुर के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में (1) अप.क्र.1227/2022 धारा 147, 294, 323, 506, 427 भादवि (2) अप.क्र. 1290/2022 धारा 147, 419, 420, 447, 448 भादवि दर्ज है। आरोपी विनय कौशल, सिरगिट्टी बिलासपुर, मूल-उमरिया सरगांव के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अप.क्र.1290/2022 धारा 147, 419, 420, 447, 448 भादवि दर्ज है।
देश में शायद ऐसा पहला मामला सामने आया है की सरकार के समक्ष अपना विरोध जताने के लिए पूरी तरह नंगे हो कर प्रदर्शन किया, संभवत: छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में ऐसा प्रदर्शन पहली बार किया गया है। बता दें की छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को ST-SC युवाओं ने पूरी तरह से नग्न होकर प्रदर्शन किया है। उन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाकर सरकारी नौकरी करने वालों के खिलाफ सरकार से कार्रवाई की मांग को लेकर नग्न प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारी पूरी तरह नग्न होकर विधानसभा घेराव करने निकले, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विधानसभा सत्र में शामिल होने जा रहे मंत्री रुद्रगुरु अनिला भेड़िया का काफिला गुजर रहा था उसी समय युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया है। इस विरोध-प्रदर्शन को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार की नाकामी करार दिया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर सरकारी नौकरी करने का मामला गरमाया हुआ है। राज्य निर्माण के बाद कई सरकारी विभागों को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि उनके यहां कई गैर आरक्षित वर्ग के लोगों ने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनाकर सरकारी नौकरी हासिल की है। छत्तीसगढ़ की राजधानी में युवाओं ने पूरी तरह से नग्न होकर प्रदर्शन किया और विधानसभा तक पहुंचने की कोशिश की। मंगलवार को ही छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ था, मानसून सत्र के पहले ही दिन ST-SC युवाओं ने पूरी तरह से नग्न होकर प्रदर्शन किया है। हैरानी की बात ये है कि जिस वक्त ये युवा नग्न होकर प्रदर्शन कर रहे थे, उस दौरान मंत्री और विधायक का काफिला सामने से गुजर रहा था। इस प्रदर्शन पर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरम हो गयी है। सरकार ने कहा है कि प्रदर्शन के नाम पर फूहड़ता की इजाजत नहीं दी जा सकती है। वहीं भाजपा ने इस मामले में राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। युवाओं की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाकर सरकारी नौकरी करने वालों के खिलाफ सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। प्रदर्शनकारी नग्न होकर विधानसभा घेराव करने निकले, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, देर शाम 29 प्रदर्शनकारियों को जेल भेज दिया गया।
विधानसभा सत्र में शामिल होने जा रहे मंत्री रुद्रगुरु अनिला भेड़िया का काफिला गुजर रहा था उसी समय युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया है। इस विरोध-प्रदर्शन को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार की नाकामी करार दिया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर सरकारी नौकरी करने का मामला गरमाया हुआ है। राज्य निर्माण के बाद कई सरकारी विभागों को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि उनके यहां कई गैर आरक्षित वर्ग के लोगों ने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनाकर सरकारी नौकरी हासिल की है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट के आधार पर करीब 267 लोग सरकारी पदों पर बने हुए हैं। 3 साल पहले ही इन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी हुआ, लेकिन वे अब भी नौकरी कर रहे हैं। इनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई हुई ही नहीं। युवाओं ने कहा कि वे इस मामले को लेकर कई बार विरोध-प्रदर्शन कर चुके हैं, आमरण अनशन तक कर चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार कोई कार्रवाई फर्जी कर्मचारियों पर नहीं कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए।