चंपावतजनपद चम्पावतनवीनतम

चम्पावत विकास संघर्ष समिति के अहम सदस्य नारायण तड़ागी का निधन, कल होगा अंतिम संस्कार

Ad
ख़बर शेयर करें -

चम्पावत। चम्पावत विकास संघर्ष समिति के अहम सदस्य 80 वर्षीय नारायण सिंह तड़ागी का निधन हो गया है। मंगलवार अपरान्ह में उन्हें भैरवा स्थित घर में ह्दयाघात हुआ। परिजन उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अंतिम संस्कार बुधवार 28 मई को को ताड़केश्वर घाट में किया जाएगा। वे अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। नारायण सिंह तड़ागी को चम्पावत के लिए वरदान साबित हो रही क्ववैराला घाटी परियोजना के लिए भी हमेशा याद किया जाएगा। मालूम हो कि उन्होंने ही सबसे पहले तत्कालीन विधायक हेमेश खर्कवाल के समक्ष चम्पावत के लिए क्वैराला घाटी का पानी लिफ्ट कर लाने का सुझाव दिया था। जिस पर हेमेश खर्कवाल की पैरवी के बाद हरीश रावत सरकार ने निर्णय लिया और आज चम्पावत में क्वैराला घाटी का पानी सप्लाई हो रहा है।

Ad

नारायण सिंह तड़ागी ने चम्पावत जिला बनाओ और चम्पावत विकास संघर्ष समिति में सक्रिय रूप से अहम योगदान दिया था। उनके निधन पर पालिकाध्यक्ष प्रेमा पांडेय, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, भाजपा नेता शंकर पांडेय, दर्जा मंत्री श्याम नारायण पांडेय, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, पूरन फर्त्याल, चम्पावत विकास संघर्ष समिति अध्यक्ष बसंत तड़ागी, हरेंद्र बोहरा, व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष सतीश जोशी, महामंत्री कमलेश राय, व्यापार संघ अध्यक्ष विकास साह, महामंत्री हरीश सक्टा, पूर्व अध्यक्ष अमरनाथ सक्टा, भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद सामंत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूरन सिंह कठायत, भगवतशरण राय, सूरज प्रहरी, सभासद नंदन सिंह तड़ागी, रोहित बिष्ट, भाजपा नगर अध्यक्ष सुनील पुनेठा, राज्य आंदोलनकारी मंदीप ढेक, बहादुर फर्त्याल, पत्रकार दिनेश चंद्र पांडेय, नवीन सिंह देउपा समेत तमाम लोगों ने शोक जताया है। बता दें कि कुछ ही समय पूर्व नारायण सिंह तड़ागी के मझले पुत्र राज्य आंदोलनकारी दीपक सिंह तड़ागी लारा का भी आकस्मिक निधन हो गया था। कुछ अंतराल में पुत्र और फिर पिता की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

Ad Ad