पहाड़ से विस्थापन रोकने एवं रोज़गार के साधन विकसित करने के लिए नीरज ने छात्र-छात्राओं को किया जागरूक, फ्रांस में पढ़ाई करने के बाद पाटी में होम स्टे चलाते हैं नीरज

गोविन्द बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी के पुरातन छात्र रहे नीरज जोशी ने आज यूनिवर्सिटी के नाहेप परिसर में लगभग 200 विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को पहाड़ में हो रहे पलायन के प्रति जागरूक किया। पलायन को रोकने के लिए सरकार द्वारा दी जा रही तमाम सुविधाओं के बारे में अवगत कराते हुए युवा साथियों को पहाड़ में काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने जीवन व कैरियर से सम्बंधित उत्तार-चढ़ाव व विगत 3 वर्षों से पहाड़ में काम करने के दौरान हुई अनेकों घटनाओं को विद्यार्थियों से साझा भी किया। हाल ही में चर्चा में आये, रिवर्स माईग्रेशन का उदाहरण बने नीरज ने चम्पावत जिले के करौली गॉव में एक होमस्टे बनाया है एवं वे कृषि सम्बंधित गतिविधियों में भी सक्रिय हैं।


पहाड़ में प्राकर्तिक संसाधन के चलते ज़िन्दगी में कैसे रोजगार उत्पन्न हों, इस विषय पर विद्यार्थियों से चर्चा भी की। कृषि महाविद्यालय के डीन एवं नाहेप प्रोजेक्ट के पीआई डॉ. एसके कश्यप ने नीरज के प्रसायों को सराहा और ये भी कहा कि राह जितनी कठिन होगी, सफलता उतनी ही शानदार होगी। नाहेप प्रोजेक्ट के नोडल ऑफ़िसर एवं पादप कार्यिकी के विभागाध्यक्ष डॉ. एसके गुरू ने बताया कि नीरज ने विज्ञान एवं मानविकी कॉलेज के पादप कार्यिकी विभाग से वर्ष 2017 में एमएससी की डिग्री हांसिल की थी एवं डेफ़ीया प्रोजेक्ट के माध्यम से विश्विद्यालय ने नीरज को वर्ष 2017 में 2 माह की ट्रेनिंग हेतु फ्रांस भी भेजा था। इस सेमिनार में प्रोफेसर अतुल कुमार, प्रोफेसर डॉ. जीसी जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर दीप्ति शंखधार, एससी शंखधार, गुरदीप बैंस, असिस्टेंट प्रोफेसर अमन कम्बोज, अमित केशरवानी आदि मौजूद रहे।
वहीं जवाहर नवोदय विद्यालय रुद्रपुर द्वारा आयोजित कैरियर काउन्सलिंग के सेमिनार में नीरज ने भी विद्यार्थियों को पहाड़ में पलायन की समस्या के लिए जागरूक किया व पढ़ाई के विभिन्न आयामों पर चर्चा भी करी। उन्होंने ये भी कहा की उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद विद्यार्थियों को पहाड़ों में रोज़गार विकसित कर रिवर्स माईग्रेशन में अपना योगदान देना है। इस सेमिनार में लगभग 350 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान प्रधानाचार्या कंचन जोशी, अध्यापक संजीव कुमार, विनीत मिश्रा, पूजा सुयाल, शाइस्ता अहमद, वंदना कुमारी आदि मौजूद रहीं।

