पार्किंग को लेकर विवाद में जला दी पड़ोसी की कार, पुलिस ने 700 किलोमीटर तक पीछा कर पकड़ा

दिल्ली पुलिस ने राहुल भसीन और उसके 6 दोस्तों का 700 किलोमीटर तक पीछा किया और धर दबोचा। राहुल भसीन पर आरोप है कि उसने कार पार्किंग विवाद के चलते अपने पड़ोसी रंजीत सिंह की कार में आग लगा दी थी। इसके बाद आरोपी नेपाल फरार होने की फिराक में था। पुलिस का कहना है कि आरोपी पकड़े जाने के डर से कहीं रुक ही नहीं रहे थे, लेकिन बहुत थकने के बाद उत्तर प्रदेश के अमेठी में वो एक टिन शेड के नीचे आराम करने रुके, जहां पहुंचकर पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार किया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रंजीत सिंह सांस्कृतिक संगठन जश्न-ए-अदब के संस्थापक हैं। 30 नवंबर की सुबह रंजीत सिंह ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि 29 नवंबर की रात उनकी सियाज कार में आग लगा दी गई। बाद में पुलिस को जांच के दौरान CCTV फ़ुटेज मिली। जांच में पता चला कि टेंट का बिज़नेस करने वाले राहुल भसीन ने घटना को अंजाम दिया। राहुल के साथ उसके कुछ साथी भी नज़र आए। इसके बाद लाजपत नगर थाना की पुलिस ने मामला दर्ज किया और राहुल की तलाश में जुट गई।
इस दौरान पुलिस को पता चला कि राहुल भसीन अपने दोस्तों के साथ अमेज कार में फरार हो गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी बार-बार अपने मोबाइल को ऑन-ऑफ़ भी कर रहे थे। जिससे पुलिस को उन्हें पकड़ने में मुश्किल हो। बाद में पुलिस को पता चला कि आरोपी आगरा मथुरा के रास्ते लखनऊ की तरफ जा रहे हैं। पुलिस की टीम आगरा, मथुरा, एटा, मैनपुरी, लखनऊ, बाराबंकी होते हुए जब अमेठी पहुंची, तो वहां पर उन्हें आरोपी एक टिन शेड के नीचे सोते हुए मिले।
बताया गया कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। उन्होंने डेढ़ हजार किलोमीटर की यात्रा जल्दी पूरी करने के लिए कहीं आराम भी नहीं किया था, लेकिन जब वे बहुत थकने के बाद अमेठी में गाड़ी किनारे खड़ी कर आराम करने रुके, तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। दिल्ली पुलिस ने आरोपियों की गाड़ी की जांच की, तो उनके कार से थिनर का एक डिब्बा मिला।
पुलिस के मुताबिक़, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इसी थिनर से उन्होंने रंजीत सिंह के कार में आग लगाई गई थी। इसके अलावा पुलिस ने तोड़फोड़ किए जाने वाले रॉड को भी बरामद कर लिया है। इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, पुलिस ने राहुल के साथियों भरतवीर, सनी कुमार, मनसु कश्यप, विजयदीप, प्रवीण यादव और दीपक कुमार को भी गिरफ़्तार किया है।
खबर के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि शुरुआती जांच में आग लगाने की वजह कार की पार्किंग थी। हालांकि, राहुल भसीन और रंजीत गुप्ता में अगस्त, 2024 में भी विवाद हुआ था। तब भी राहुल ने आरोपी भसीन के ख़िलाफ़ उनकी कार में तोड़फोड़ करने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने तब भी आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, पुलिस ने बाद में उसे छोड़ दिया था।
