चम्पावत जिला अस्पताल में तीमारदारों के लिए बनेगा रैन बसेरा, डीएम ने चिकित्सालय प्रबंधन समिति की बैठक में सफाई को लेकर अपनाया कड़ा रुख
चम्पावत। जिला चिकित्सालय प्रबंधन समिति की बैठक में डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने सफाई पर विशेष ध्यान देने, तीन और सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाने के साथ ही तीमारदारों के लिए रैन बसेरा बनाने को लेकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी की अध्यक्षता में जिला चिकित्सालय सभागार में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं के और अधिक बेहतर करने, चिकित्सालय में विभिन्न उपकरणों को क्रय किए जाने, सफाई कार्मिकों की अतिरिक्त तैनाती किए जाने, चिकित्सा उपकरणों की मरम्मत, रंग रोगन सहित विभिन्न कार्यों को किए जाने को लेकर समिति द्वारा निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त विशेष सफाई व्यवस्था किए जाने, आवश्यक औषधियों क्रय किए जाने, मशीनों का उचित रख रखाव, मरम्मत कार्य, लेनिन धुलाई, विद्युत पानी की व्यवस्था के अतिरिक्त हेल्प डेस्क, रिसेप्सन व आयुष्मान योजना के अलग काउन्टर बनाये जाने के साथ ही मरीजों के तीमारदारों हेतु रेनबसेरा का निर्माण कराए जाने के साथ ही अन्य मद में बजट का का प्राविधान रखा गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जिला चिकिसालय में सर्वप्रथम सफाई का विशेष ध्यान रखा जाय। वर्तमान में कार्यरत 5 सफाई कर्मचारी ही कार्य करने पर जिलाधिकारी ने कहा कि शासन से निर्धारित मानदेय पर तत्काल तीन और सफाई कर्मी तैनात करें। साथ ही कहा कि कम पड़ने पर भविष्य में दो और सफाई कम रखे जायेंगे। जिलाधिकारी ने प्रमुख चिकित्साधीक्षक को निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय में दिन में कम से कम तीन बार सफाई तथा फर्स में पोछा लगना चाहिए। निर्देश दिए कि इसको लेकर पीएमएस स्वयं भी समय समय पर निरीक्षण करें तथा वह भी स्वयं समय समय पर औचक निरीक्षण करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज को सही व तत्काल उपचार मिले, इसके लिए चिकित्सालय में चिकित्सा उपकरणों की कमी न हो तथा पर्याप्त मात्रा में औषधि रखी जाय, आने वाले मरीज को जाँच व परीक्षण कराने में सुविधा हो, इस हेतु चिकित्सालय के बाहर व अन्दर सभी आवश्यक स्थानों में चिकित्सकों, सुविधाओं, परीक्षणों आदि से सम्बन्धित रेडियम पट्टी वाले बोर्ड लगाए जाएं ताकि आने वाला व्यक्ति आसानी से आवश्यक कक्ष तथा स्थान तक पहुंच सकें। जिलाधिकारी ने कहा की कोविड के दौरान हाइपो छिडकाव आदि से जिन उपकरणों में जंग आदि लग गई है, उनमें तत्काल पेंटिंग, पालिस भी कर लिया जाय। बैठक में अल्ट्रासाउंड मशीन हेतु एक उपकरण, एक यूपीएस तथा एक्सरे मशीन हेतु स्टैंड क्रय करने हेतु भी सहमति देते हुए कार्यवाही प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में अन्य आवश्यकीय उपकरणों, मेडिकल स्टाफ आदि की आवश्यकता है, उसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। चिकित्सालय में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। मरीज को बेहतर से बेहतर ईलाज हो सभी यह प्रयास करें। उन्होंने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय में आवश्यक सुधार आदि के जो भी कार्य होने हैं तत्काल प्रस्ताव तैयार करें। आवश्यकतानुसार शौचालयों में गीजर लगाने के साथ ही आरओ भी लगाया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में जो भी उपकरणों की आवश्यकता है, उनको जिला योजना से क्रय किया जाय। उस हेतु प्रस्ताव तैयार करें। डायलिसिस यूनिट में पानी की स्थायी समाधान हेतु जल संस्थान को अतिरिक्त टैंक स्थापित करने के निर्देश दिए, ताकि वर्तमान में 12 जो मरीज हैं उनकी डायलसिस में समस्या न हो।
बैठक से पूर्व जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए प्रत्येक वार्ड कक्ष स्टोर डायलिसिस यूनिट, अल्ट्रासाउंड केन्द्र, एक्सरे कक्ष, औषधि केन्द्र आदि का निरीक्षण किया गया। उन्होंने इस दौरान पीएमएस को निर्देश दिए कि सफाई का विशेष ध्यान रखा जाय। चिकित्सालय के भीतर विभिन्न स्थानों में जो अनावश्यक उपकरण सामग्री रखी है, उसे हटाते हुए व्यवस्थित रखें। चिकित्सालय में रिशेप्शन, रैनबसेरा का शीघ्र निर्माण करने हेतु अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को दिए। बैठक में पीएमएस डॉ. एचएस ऐरी, एसीएमओ डॉ.इन्द्रजीत पांडेय, कोषाधिकारी एकता पंजवानी, ईई आरडब्ल्यूडी केके जोशी, जिला चिकित्सालय प्रबंधन समिति के सदस्य चंद्र प्रकाश पुनेठा आदि मौजूद रहे।