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नोडल अधिकारी डॉ.भट्ट ने कुलपति से मुलाकात कर एसएसजे विवि चम्पावत परिसर की समस्याओं से कराया अवगत

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चम्पावत। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय चम्पावत परिसर के नोडल अधिकारी डॉ. नवीन भट्ट ने कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट से मुलाकात कर चम्पावत परिसर की समस्याओं से अवगत कराया। चम्पावत परिसर के नोडल अधिकारी डॉ. भट्ट ने परिसर में बन रहे महिला छात्रावास व आईटी लैब की प्रगति आख्या भी कुलपति के समक्ष रखी। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय का चम्पावत परिसर मॉडल परिसर के रूप में विकसित किया जा रहा है। चम्पावत परिसर की सारी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। प्रत्येक विभाग में पर्याप्त शिक्षक आचार संहिता के तुरंत बाद परिसर में कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। किसी भी विषय में पर्याप्त शिक्षक होंगे, जिसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्ति कर ली गयी है।

परिसर में अंक तालिकाओं में भी सुधार किया जा रहा है। अनेकों नए विषय खुलने की प्रक्रिया गतिमान है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार प्रत्येक विभाग में एक प्रोफेसर, 2 एसोसिएट प्रोफेसर व 4 सहायक प्रोफेसर कम से कम एक विभाग में होंगे ।नए पदों के सृजन के प्रस्ताव भी शासन को प्रेषित किये जा रहे है। कुलपति प्रो. बिष्ट ने कहा कि चम्पावत परिसर सर्वोत्कृष्ट मॉडल परिसर होगा। परिसर में एडीबी की सहायता से 7.18 करोड़ की लागत से महिला छात्रावास व आई टी लैब का निर्माण लगभग 60 प्रतिशत हो चुका है। समाज कल्याण द्वारा भी 4.99 करोड़ लागत से महिला छात्रावास व 4 करोड़ 90 लाख 80 हजार की लागत से पुरुष छात्रावास बनने हैं।परिसर की चाहरदीवारी, परिसर में केन्द्रीय पुस्तकालय का निर्माण, जिसमें लाखों पुस्तकों के साथ फूल वाई -फाई सुविधा होगी। मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाना है। प्रशासनिक भवन का निर्माण के साथ ही कम्युनिटी हेल्थ भवन का निर्माण भी प्रायोजित है। पार्किंग स्थल बनाया जाएगा। चम्पावत परिसर में विभिन्न विभागों हेतु पर्याप्त शिक्षकों के साथ ही लगभग 186 नॉन टीचिंग पद सृजित होंगे। जिससे विभिन्न परिसर की गतिविधियों के संचालन के साथ परिसर अन्य गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन कर पायेगा।


नोडल नोडल अधिकारी डॉ. भट्ट ने बताया कि कुलपति प्रो. बिष्ट चम्पावत परिसर को आदर्श परिसर के रूप में विकसित करने में लगे हैं। नोडल अधिकारी ने बताया कि परिसर में वर्तमान समय में नए विषयों हेतु प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। स्नातक स्तर पर बीए, बीएससी, बीकॉम व योग व प्राकृतिक चिकित्सा में डिप्लोमा व प्रमाण पत्र, पंचकर्म व मर्म चिकित्सा प्रमाण पत्रों में प्रवेश प्रक्रिया हेतु नामांकन चल रहे हैं। 31 मई तक नामांकन होंगे। आचार संहिता समाप्त होते ही परिसर में पर्याप्त शिक्षक कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। मिनी स्टेडियम, केन्द्रीय पुस्तकालय, मुफ्त वाई-फाई सुविधा सहित अनेकों हाई टेक व अत्याधुनिक सुविधाओं से परिसर लैस होगा। नोडल अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के सपनों के अनुरूप परिसर विकसित किया जा रहा है। जहां किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी। डॉ. भट्ट ने अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं से परिसर में प्रवेश लेकर इसका लाभ उठाने का आह्वाहन किया है।