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पाटी के डॉ.अभिषेक को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में एसोसिएट फैलोशिप मिली

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चम्पावत। जिले के पाटी विकासखंड के मूल निवासी डॉ. अभिषेक बोहरा को नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज (नास) ने एसोसिएट फेलोशिप प्रदान की है। वह मर्डोक यूनिवर्सिटी, पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में सीनियर रिसर्च फेलो (सीनियर लेक्चरर) हैं। नास भारत की सबसे बड़ी साइंस अकादमियों में से एक है जो 40 साल से कम उम्र के वैज्ञानिकों को भारतीय कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए एसोसिएटशिप प्रदान करता है। पिछले 10 साल में भारतीय दाल अरहर में किए गए उत्कृष्ट शोध के लिए डॉ. बोहरा को ये एसोसिएटशिप मिली है।
डॉ. बोहरा के 100 से अधिक शोध पत्र नेचर, प्लांट बायोटेक्नोलॉजी जरनल, मोलेक्यूलर प्लांट, ट्रेंड्स इत्यादि में प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ. बोहरा ने नवीन तकनीक का उपयोग करके अरहर की कम अवधि वाली हाइब्रिड प्रजाति भी बनाई है जिसको 28 सितंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित किया था। डॉ. बोहरा को इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी के यंग साइंटिस्ट अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। डॉ. बोहरा का नाम पिछले तीन साल से लगातार विश्व के टॉप 20 वैज्ञानिकों की सूची में सम्मिलित है। डॉ. बोहरा ने अपनी प्राथमिक पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर पाटी और स्नातक की पढ़ाई विवेकानंद पीजी कॉलेज लोहाघाट से की है। उन्होंने 10 साल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पल्सेस रिसर्च, कानपुर में सीनियर साइंटिस्ट के पद पर कार्य किया है।

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