टनकपुर शारदा घाट में ‘इंसाफ द पावर’ संगठन से जुड़े लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन, जानें क्या है पूरा मामला


टनकपुर। ‘इंसाफ द पावर’ संगठन के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने शारदा स्नान घाट के बाढ़ से क्षतिग्रस्त होने पर प्रदर्शन किया एवं भष्टाचार व कमीशनखोरी के खिलाफ नारेबाजी की। शारदा घाट के क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्रीय लोगों के लिए जान माल का खतरा पैदा हो गया है। आरोप लगाया कि शारदा घाट का निर्माण उच्च तकनीक के आधार पर नहीं किया गया है। योजना को धरातल पर उतारने वाले इन्जीनियरों द्वारा मामले को गम्भीरता पूर्वक नहीं लिया गया। जिस कारण शारदा घाट बार-बार क्षतिग्रस्त हो जा रहा है। इससे जनता का धन बर्बाद हो रही है। बार-बार बजट पास कर घाट की मरम्मत के नाम पर धन की बंदरबांट की जाती है। संगठन का कहना है कि निर्माण में सही तकनीक एवं गुणवत्ता का इस्तेमाल किया गया होता तो शारदा स्नान घाट बार-बार क्षति ग्रस्त नहीं होता और बार-बार निर्माण में सरकारी सम्पत्ति बर्बाद नहीं होती। देश में भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी की वजह से सरकारी योजनाएं कुछ समय बाद ही धराशायी हो जाती हैं, जबकि अंग्रेजों द्वारा किए गए निर्माण आज तक यथावत दिखाई दे रहे हैं।


शारदा स्नान घाट की ही तरह स्नान घाट से कुछ ही दूरी पर प्रशासन द्वारा शमशान घाट के निर्माण में भी बगैर सोच विचारे योजना को अन्जाम दिया गया है, जो धराशायी होने की कगार पर है। श्मशान घाट एक तरफ से बैठ गया है। इस तरह से सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। सभी ने एक सुर में मामले की जांच कराने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई। प्रदर्शन करने वालों में संगठन के अध्यक्ष तिलक राम, अजय कुमार, अनुराग, मुरली, कालूराम, भगवान दास, मुकेश सिंह, नन्हे लाल, बाबू राम, कैलाश, रोहताश गुप्ता, अनूप सिंह यादव, महेन्द्र कुमार शामिल रहे।

