पेयजल संकट से जूझ रहे हैं लधियाघाटी क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोग


चम्पावत। पाटी विकास खंड के ग्राम पंचायत खरही आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोग पेयजल किल्लत का सामना करने को विवश हैं। अक्टूबर माह में आई आपदा से क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों की अब तक मरम्मत न होने के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। लोग गाड़ गधेरों से पानी ढोकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। पानी का जुगाड़ करने में ही उनका काफी समय लग जा रहा है। पिछले महीने आई आपदा से तमाम जल स्रोत पूरी तरह खत्म हो गए। वहीं कई पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। पेयजल आपूर्ति ठप होने से लोगों की पारंपरिक नौलों पर निर्भरता बढ़ गई। इस कारण लोग दूर-दूर से पानी लाने के लिए मजबूर हैं। ग्राम पंचायत खरही के ईजर, नाखुड़ा, बैजगांव, तल्ली एव मल्ली खरही, दुर्गा नगर, क्वैराली समेत आसपास के गांवों में पेयजल किल्लत बढ़ गई। यहां के कई इलाकों में तो एक माह से आपूर्ति ठप है। योजना के स्रोत पूरी तरह बह जाने के कारण समस्या उत्पन्न हो गई। ऐसे में यहां पानी के पानी के लिए हाहाकार मचा है। ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा। खरही के लोगों ने बताया कि पानी के लिए अब नौलों और गाड़ गधेरों पर ही निर्भर हैं, लेकिन नौले भी धीरे-धीरे सूखने की स्थिति में हैं। ग्रामीण दूर-दूर से पानी ढोने को विवश हैं। खरही के हरीश शर्मा, नवीन चन्द्र मिश्र, सतीश शर्मा, बलदेव शर्मा, जगदीश चन्द्र, प्रधान सुनीता बोहरा, दीवान सिंह, दुर्गा नाथ, दीपक शर्मा, श्याम सिंह आदि ने पेयजल लाइनों की मरम्मत शीघ्र कराए जाने की मांग की है।

