उत्तरकाशीउत्तराखण्डनवीनतमहादसा

चारधाम यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों की बस खाई में गिरी, हल्द्वानी व रुद्रपुर की तीन महिलाओं की हुई मौत, 26 हुए घायल, जानें क्या रही हादसे की वजह…

ख़बर शेयर करें -

उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा मार्ग में गंगोत्री नेशनल हाईवे पर गंगनानी के पास तीर्थयात्रियों की बस हादसे का शिकार हो गई। एक महिला की दुर्घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं दो महिलाओं ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। 26 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस के खाई में गिरने का कारण उसके ब्रेक नहीं लगना था। एसपी अर्पण यदुवंशी ने जब घायल यात्रियों से हादसे का कारण पूछा तो उनका कुछ यही कहना था।

जैसे ही पुलिस और प्रशासन को गंगनानी के पास तीर्थयात्रियों की बस खाई में गिरने की सूचना मिली, तत्काल एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, वन विभाग, फायर ब्रिगेड, आपदा प्रबंधन क्यूआरटी और राजस्व विभाग की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। दुर्घटनास्थल के पास हरसिल और गंगनानी से मेडिकल टीमें भी एंबुलेंस के साथ तत्काल दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। रेस्क्यू टीमों की सक्रियता से थोड़े समय में ही रेस्क्यू कार्य पूरा कर लिया गया। एक महिला ने दुर्घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया था। तीर्थयात्रियों की बस में कुल 27 तीर्थयात्री और चालक, परिचालक समेत 29 लोग सवार थे। 29 घायलों को जिले के विभिन्न अस्पतालों में लाया गया। देर रात दो अन्य घायल महिलाओं ने दम तोड़ दिया। इस तरह उत्तरकाशी सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई। 26 लोग घायल हैं. इन घायलों का उपचार किया जा रहा है।

जिन तीन तीर्थयात्री महिलाओं की मौत हुई है, उनके नाम दीपा पत्नी महेंद्र चंद्र, निवासी हल्दूचौड़ हल्द्वानी, जिला नैनीताल, नीमा कैड़ा पत्नी पूरण सिंह कैड़ा, निवासी रुद्रपुर, जिला उधमसिंह नगर और मीना रैकवाल पत्नी महेंद्र सिंह रैकवाल, निवासी गौलापार हल्द्वानी, जिला नैनीताल है।

प्रत्यक्षदर्शियों और रेस्क्यू टीमों के अनुसार बस अनियंत्रित होकर जब खाई में गिरी तो रास्ते में पेड़ पर अटक गई। इस कारण एक बहुत बड़ा हादसा टल गया। अगर वो पेड़ नहीं होता तो बस कई मीटर नीचे गहरी खाई में गिर जाती। इससे बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन पेड़ ने अनेक लोगों की जान बचा ली। बताया जा रहा है कि बस के ब्रेक नहीं लगने से चालक उस पर से नियंत्रण खो बैठा। बस खाई में करीब 20 मीटर नीचे तक गिरी। इसके बाद एक पेड़ पर बस रुक गई। अगर बस पेड़ पर नहीं रुकती तो सीधे भागीरथी नदी में जा गिरती।

हादसे का शिकार हुई बस गंगोत्री दर्शन करने के बाद तीर्थयात्रियों को लेकर उत्तरकाशी लौट रही थी। बस गंगोत्री नेशनल हाईवे पर गंगनानी के पास पहुंची थी कि हादसे का शिकार हो गई। बस में सवार तीर्थयात्री दिल्ली, महाराष्ट्र और हल्द्वानी के निवासी हैं। बस उधमसिंह नगर की है। बस का नंबर UK 06 PA 1218 है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीएस रावत जो आपदा नियंत्रण में मौजूद थे ने बताया कि हादसे का पता चलते ही तत्काल 6 एंबुलेंस भेजी गई थीं। घायलों को भटवाड़ी और जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुद भी डॉक्टरों की टीम के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी पहुंचे।

बस के ब्रेक नहीं लगे इसलिए हुआ हादसा, घायल यात्रियों ने बताई दुर्घटना की यही वजह
गंगनानी में बस के खाई में गिरने का कारण उसके ब्रेक नहीं लगना था। एसपी अर्पण यदुवंशी ने जब घायल यात्रियों से हादसे का कारण पूछा तो उनका कुछ यही कहना था। यात्रियों ने बताया कि बस चढ़ाई पर पिकअप नहीं बना पा रही थी। फिर अचानक बस के ब्रेक नहीं लगे और हादसा हो गया। एसपी अर्पण यदुवंशी गंगनानी हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी में भर्ती लालकुंआ निवासी मोहन चंद्र पांडेय व रुद्रपुर निवासी भूपेंद्र सिंह हादसे का कारण पूछा तो दोनों ने आपबीती सुनाई। ड्राइवर के कैबिन में बैठे लालकुंआ निवासी मोहन चंद्र पांडेय ने बताया कि बस चढ़ाई पर पिकअप नहीं बना पा रही थी। उन्होंने बस चालक को बस की गति धीमी कर पिकअप बनाने के लिए कहा था, उतराई के बाद अचानक चढ़ाई आई तो ब्रेक नहीं लगे। भूपेंद्र सिंह ने भी बस के ब्रेक नहीं लगने को हादसे की वजह बताया। एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि जिन यात्रियों से उन्होंने बात की उन्होंने ब्रेक नहीं लगने को ही हादसे का कारण बताया है। लेकिन हादसे की असल वजह तो जांच के बाद ही पता चलेगी।