चम्पावत : जिलाधिकारी की अगुवाई में गौड़ी नदी तट पर लिया गया स्वच्छता, जागरूकता और संरक्षण का संकल्प
नदी महोत्सव-2025 : जागरूकता, संरक्षण और पुनर्जीवन की दिशा में व्यापक पहल
चम्पावत। जनपद चम्पावत में नदी महोत्सव-2025 के अंतर्गत गौड़ी/गंडक नदी के संरक्षण एवं जन-जागरूकता के उद्देश्य से सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर चम्पावत में विशेष आयोजन किया गया। इस अवसर पर जागरूकता गोष्ठी, वृक्षारोपण, वृहद स्वच्छता अभियान तथा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।


हरेला पर्व पर बुधवार को कार्यक्रम की शुरुआत सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर चम्पावत सभागार में जागरूकता गोष्ठी से हुई, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स एवं विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने सहभागिता की। 2 यूके बटालियन एनसीसी के कैडेट सुमित ने कहा कि ‘पर्यावरण संरक्षण में शर्म नहीं, गर्व होना चाहिए। हमें खुद को बदलकर प्रकृति के लिए हर सकारात्मक कदम उठाना होगा।’ डीएफओ ने कहा कि ‘पहाड़ों की नदियां सम्पूर्ण उत्तर भारत को जल उपलब्ध कराती हैं, फिर भी पहाड़ जल संकट से जूझ रहे हैं। हमें अपनी जीवनशैली में परिवर्तन कर जल स्रोतों के संरक्षण हेतु कदम उठाने होंगे।’ सीडीओ ने कहा, ‘हरेला और नदी महोत्सव जैसे आयोजन हमारे पूर्वजों के संकल्पों को दोहराने का अवसर हैं। ‘खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में’ की अवधारणा के साथ हमें चम्पावत के जलवायु संतुलन को बनाए रखने के लिए सामूहिक उत्तरदायित्व निभाना होगा। वृक्षारोपण के साथ-साथ वृक्षों की रक्षा भी उतनी ही आवश्यक है।’



जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि ‘पर्यावरण संरक्षण केवल जल-जंगल की रक्षा तक सीमित नहीं, यह हमारी सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा विषय है। हर व्यक्ति को अपने दायित्व समझते हुए आगे आना चाहिए। एक पौधा अपनी मां के नाम पर लगाएं और उसकी रक्षा करें। पेड़ों की प्रासंगिकता को समझने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी लोगों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई।कार्यक्रम के उपरांत, महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी समेत अधिकारियों एवं छात्रों ने भाग लिया। इसके बाद गौड़ी नदी क्षेत्र में वृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसका नेतृत्व जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने किया। इस दौरान एनसीसी कैडेट्स व जिला स्तरीय अधिकारियों ने स्वच्छता में योगदान दिया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में डिग्री कॉलेज से फुलार गांव तक जन-जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें छात्र-छात्राओं, एनसीसी, स्वयंसेवकों तथा विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने पर्यावरण एवं नदी संरक्षण का संदेश दिया। जनपद स्तरीय समन्वय नोडल अधिकारी धनपत कुमार ने बताया कि नदी महोत्सव के अंतर्गत जनपद की तीन प्रमुख नदियों गौड़ी/गंडक, लोहावती और कालसन को केंद्र में रखते हुए व्यापक स्तर पर गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इन गतिविधियों में जन-जागरूकता गोष्ठियों, रैलियों, वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान के साथ-साथ जल संरक्षण के तकनीकी उपाय जैसे चाल-खाल निर्माण, चेक डैम निर्माण तथा नदियों के कैचमेंट क्षेत्र में संरक्षणात्मक कार्य सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि इन नदियों के दीर्घकालिक पुनर्जीवन (री-जुवेनेशन) के लिए भी एक समग्र योजना तैयार की जा रही है, जिससे स्थानीय जल स्रोतों का संवर्द्धन और स्थायी जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इस अवसर पर डीएफओ नवीन चंद्र पंत, सीडीओ डॉ. जीएस खाती, सीईओ मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार, जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत कमलेश बिष्ट, एनसीसी के कैडेट्स, छात्र छात्राएं व स्थानीय लोग मौजूद रहे।