पुलिस मैडल अब रैंक या उम्र नहीं बल्कि काम देखकर दिया जाएगा : डीजीपी अशोक कुमार, डीजीपी ने किया चम्पावत पुलिस लाइन का निरीक्षण


चम्पावत। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने गुरुवार को पुलिस लाइन का निरीक्षण किया। इसके बाद पुलिस सम्मेलन आयोजित कर अधिकारियों कर्मचारियों की समस्याओं को सुना। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले आठ पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया। उन्होंने महिला सुरक्षा, ड्रग्स, साइबर अपराध के मामलों में त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

डीजीपी ने पुलिस लाइन में गार्द की सलामी ली। इसके बाद प्रजेन्टेशन के माध्यम से जनपद चम्पावत की भौगौलिक स्थिति, पुलिस क्षेत्र, जनपद पुलिस द्वारा किये गए सराहनीय कार्यों, जागरूकता कार्यक्रमों, मादक पदार्थो की तस्करी की रोकथाम को लेकर की गयी निरोधात्मक कार्यवाही, साइबर क्राईम आदि के बारें में जानकारी ली। पुलिस लाइन सभागार में सम्मेलन लेकर सभी अधिकारी कर्मचारियों से उनकी निजी, पारिवारिक, विभागीय या फील्ड स्तर की समस्याओं तथा सुझावों के बारे में जानकारी ली। डीजीपी ने कहा कि पीएचक्यू लेबल की समस्याओं का त्वरित रूप से समाधान किया जायेगा। उन्होंने रेन्ज व जनपद स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए डीआईजी व एसपी को निर्देशित किया।

डीजीपी ने जवानों को सम्बोधित करते हुए बताया कि जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा काफी सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। जिसके लिए चम्पावत पुलिस बधाई की पात्र है। डीजीपी ने बताया कि उनके द्वारा पुलिस जवानों की समस्याओं को दूर किए जाने के हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। शासन स्तर पर जवानों की मांग, वेतन तथा भत्तों आदि से सम्बन्धित समस्याओं को प्रमुखता के साथ रखा जा रहा है। उन्होंने सभी अधिकारियों कर्मचारियों को पीड़ित केन्द्रित पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए पुलिस विभाग से करप्सन को दूर किये जाने, पीड़ितों को त्वरित न्याय दिये जाने, मादक पदार्थो की तस्करी/ड्रग्स की रोकथाम किये जाने, सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों में जनजागरुकता अभियान चलाए जाने आदि विषयों पर विचार विमर्श कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने सभी से ध्येय वाक्य ‘मित्रता सेवा और सुरक्षा’ को चरितार्थ करने के लिए पूरे मनोयोग से काम करने की प्रेरणा दी। साथ ही कहा कि जो पुलिस अधिकारी या कर्मचारी अच्छा काम करेगा उसे सम्मानित किया जाएगा और जो गलत काम करेगा उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस मैडल अब रैंक या उम्र नहीं बल्कि काम देखकर दिया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि वर्तमान समय में ड्रग्स, साइबर ठगी, महिला सुरक्षा एक चुनौती का विषय है। ऐसे मामलों में कड़ी कार्यवाही की जाए। साइबर अपराध पर चिंता जताते हुए डीजीपी ने कहा कि साइबर ठग आमजन मानस की जीवनभर की कमाई एक झटके में उड़ा रहे हैं। साइबर ठगी के मामले सामने आने पर साइबर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं। इस मौके पर डीजीपी ने सराहनीय एवं उत्कृष्ट कार्य पर एसआई दिलबर सिंह भंडारी, बृजमोहन भट्ट, कांस्टेबल सद्दाम हुसैन, नवल किशोर, पवन कुमार, जगदीश पुजारी, मनोज कुमार व गोताखोर रविन्द कुमार पहलवान को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही सभी को इसी तरह मेहनत व लगन से ड्यूटी करने के लिए प्रेरित किया।
डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे ने बताया कि समाधान समीति द्वारा लगातार पुलिस जवानों की समस्याओ को दूर किया जा रहा है। केवल कुमायूं रेन्ज स्तर पर ही 5500 समस्याओं का निराकरण किया जा चुका है। एसपी देवेंद्र पींचा ने डीजीपी को स्मृति चिन्ह देकर जनपद आगमन पर आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का शतप्रतिशत कड़ाई से पालन किया जाएगा।
