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मां और तीन मासूमों के शवों का हुआ पोस्टमार्टम, कमरे से मिली एक चीज के कारण घटना में आया नया मोड़

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बागेश्वर। जोशीगांव घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को जांच के दौरान कमरे से सल्फासनुमा पदार्थ मिलने से नया मोड़ आ गया। शुक्रवार को मृत मां और तीन बच्चों का पोस्टमार्टम किया गया। पैनल में पुरुष-महिला डाक्टर शामिल रहे, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई।


सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार पोस्टमार्टम में मृतकों के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। ऐसे में अब बिसरा जांच से ही स्थिति स्पष्ट होगी। गुरुवार देर रात शहर से लगभग तीन किमी दूर घिरौली जोशीगांव में किराये के कमरे में रह रही 35 वर्षीय नंदी देवी, उसकी बेटी 14 वर्षीय अंजलि, आठ वर्षीय कृष्णा और छह माह के भास्कर उर्फ भावेश का सड़ा शव पुलिस ने घर से बरामद किया था। हृदयविदारक घटना में पोस्टमार्टम के लिए प्रशासन ने डाक्टरों का पैनल गठित किया। जिसमें डॉ. राजीव उपाध्याय, डॉ. राहुल मिश्रा और डॉ. रीमा उपाध्याय शामिल रहीं।
पुख्ता साक्ष्य के लिए पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंपा दिया। सरयू-गोमती संगम पर तीन की चिताएं एक साथ जलीं। छह माह के मासूम को दफनाया गया। गमगीन माहौल में स्वजन और ग्रामीण देर रात घर को लौटे।

तलाशी में सल्फासनुमा कीटनाशक पदार्थ मिला
इधर, पुलिस को कमरे की तलाशी में सल्फासनुमा कीटनाशक पदार्थ मिला। पोस्टमार्टम में चोट के निशान नहीं मिलने से मां व तीनों बच्चों की जहर खाने से मृत्यु की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उन्होंने खुद जहर खाया या किसी ने खिलाया है। इसकी जांच पुलिस अभी कर रही है। फिलहाल पति भास्कर उर्फ भूपाल राम अभी भी फरार है। होली पर्व की छलड़ी के बाद से ही उसका पता नहीं चल रहा है।