प्रियंका गांधी वाड्रा ने जारी किया उत्तराखंडी स्वाभिमान प्रतिज्ञा पत्र, प्रियंका बोलीं- पांच साल में सरकार ने कुछ नहीं किया
विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान को गति देने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा देहरादून पहुंचीं। यहां उन्होंने पार्टी का घोषणापत्र ‘उत्तराखंडी स्वाभिमान प्रतिज्ञा पत्र’ जारी किया। साथ ही देहरादून में 70 विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल रैली को भी संबोधित किया। कांग्रेस की ओर से ये कार्यक्रम आज बुधवार दो फरवरी की दोपहर देहरादून में कैनाल रोड स्थित लग्जरिया पार्क में आयोजित किया गया। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक वर्चुअल रैली स्थल में 1000 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति थी। वहीं, जिलों और ब्लॉकों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इस कार्यक्रम से जुड़े। इस मौके पर एक महिला को सम्मानित किया गया। वहीं, पहले उन्हें मदद के लिए चेक दिया जा रहा था, तभी निर्वाचन आयोग का ध्यान आते ही इसे रोक दिया गया। कार्यक्रमों में प्रतीक के रूप में चार महिलाओ को रोजगार का संकल्प पत्र दिया गया। साथ ही गैस सिलेंडर की कीमत 500 रुपये से अधिक न होने के संकल्प पोस्टर का भी अनावरण किया गया।
इस मौके पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि भगवान केदरानाथ, भगवान बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री की ये भूमि है। इस भूमि को मैं नमन करती हूं। यहां से पुराना रिश्ता है। मेरे पिताजी, चाचाजी, मेरे भाई, मैं यहीं पढ़ी। मेरा बेटा भी यहीं पढ़ा। आज यहां आकर इस देवभूमि में जिस तरह की सरकार चल रही है, उसे देखकर दुख होता है। ये दुख क्यों होता है। हर सरकार आती है, जनता की समस्याएं होती है। जो विकास है, वो सरकार जितना करे पूरा नहीं हो सकता है। पर इस सरकार को देखकर दुख इस बात को लेकर होता है, इन्होंने कुछ नहीं किया। लोगों की उम्मीद को तोड़ दिया है। पिछले पांच साल में कुछ काम नहीं किया। आपको किए वायदों को तोड़ा। पहले जो काम किया गया था, वही दिखता है। हमने जो किया, हमने जो किया, वही दिखता है।
उन्होंने कहा कि करने के लिए बहुत कुछ है। नियत साफ नहीं है। खाली पद हैं, पर नौकरी नहीं है। पैसा है, पर खर्च नहीं करते। डबल इंजन ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां बात करती हैं, तो महिलाओं की बात नहीं करती। क्या आपको मालूम है कि उत्तराखंड में हर पांच घंटे महिलाओं के साथ अत्याचार होता है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दूर जाना पड़ता है। सबसे ज्यादा बेरोजगारी महिलाओं में ही हैं। आशा, आंगनवाड़ी की महिलाओं का मानदेय वहीं का वहीं है।
उन्होंने कहा कि आप सोचिए कि कैसी सरकार चाहिए। जिनकी सरकारें हैं, वो रोजगार की बात नहीं करते। ये नहीं बताएंगे कि पिछले पांच साल में कितने रोजगार दिए। शिक्षा के बारे में, सुविधाओं के बारे में कौन सोच रहा है। सरकार का काम है आपके जीवन को सुरक्षित बनाना है। आप सोचिए कि इन्होंने आपके लिए क्या किया। दिल में झांकिए। महंगाई से लोग त्रस्त हैं। किसानों का बकाया पूरे देश भर में 14 हजार करोड़ है। प्रधानमंत्री ने अपने लिए दो हवाई जहाज 16 हजार करोड़ में खरीदे, जबकि इन पैसों से गन्ना किसानों का भुगतान हो सकता था। ये मीडिया में आपको कहीं नहीं दिखेगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना आया, दिल्ली में हमने लोगों को घरों तक पहुंचाने का प्रयास किया। यूपी में हमें बसें नहीं लगाने दी गई। ऑक्सीजन देश में कोई कमी नहीं थी। भारत सबसे बड़ा आक्सीजन का उत्पादक देश है। जब कोरना आया तो ऑक्सीजन का निर्यात करने लगे। फिर जब देश को जरूरत पड़ी तो दिक्कत हुई। सब परेशान हैं। जहां देखो परेशानी ही परेशानी है। आप सच्चाई कब देखोगे। आज ये परिस्थितियां आ गई है कि हम नाच रहे हैं, पांच सौ का सिलेंडर होगा। ये परिस्थिति क्यों आई। आपने सिलेंडर को एक हजार रुपये बना दिया। पहाड़ों में और महंगा होता है। आज जो सरकार को देना चाहिए, ये तोहफा नहीं हक है। हम आपको हक देंगे।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आपको सब दिख रहा है। तो बदलाव कौन लाएगा। बदलाव कांग्रेस पार्टी तभी लाएगी, जब आप जागरूक बनेंगे। सरकार का काम है, आपके लिए दिन रात काम करना। घोषणा पत्र में हमने कहा कि हम क्या करेंगे। हमारा ट्रेक रिकॉर्ड देखिए। हमारी सरकार का काम कीजिए। हमने छत्तीसगढ़ में घोषणा की कि किसानों का कर्ज माफ करेंगे। सरकार ने जब शपथ ली तो तीन घंटे में माफ किया। उन्होंने कहा कि इनकी बातों से गुमराह मत होइए। परिवार के बारे में सोचिए। फूट डालने वालो से बचें। जो नाकारात्मक बातें करते हैं, उससे हक मांगिए। उससे कहिए सकारात्मक बातें करें। उनसे पूछें कि हमारे लिए क्या करोगे। मन बना लीजिए। अपने स्वाभिमान को मत भूलिए। जब नेता द्वार पर आए तो उससे पूछिए कि वह क्या करना चाह रहा है। आपका वोट महत्वपूर्म है, उसे हल्के में मत लीजिए। आप अपना हक मांगो। हक के आधार पर वोट दो। तभी उन नेताओं को अहसास होगा जो झूठ बोलते हैं, उनकी बात अब नहीं चलने वाली है। इस दौरान प्रियंका ने महिलाओं से- मैं लड़की हूं, मैं लड़ सकती हूं, का नारा लगवाया।
घोषणा पत्र के बिंदु
गैस की कीमतें पांच सौ रूपये के पार नहीं होगी।
चार लाख रोजगार दिए जाएंगे।
पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। खास पैकेज बनाएंगे। पर्यटन पुलिस के जरिए भर्ती निकलेगी।
नौकरी में 40 प्रतिशत महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
पुलिस विभाग में महिलाओं के लिए 40 प्रतिशत पद आरक्षित होंगे।
सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा
आशाओं और आंगनवाड़ी का मानदेय डेढ़ गुना बढ़ाया जाएगा।
कमजोर परिवारों की मदद के लिए 40 हजार रुपये की सालाना मदद मिलेगी।
गांव गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाएगी।
इस मौके पर कांग्रेस की चुनाव संचालन कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इंदिरा गांधी के नारे गरीबी हटाओ के नारे का जिक्र किया। कहा कि ये नारा युगांतकारी है। इसी तरह प्रियंका गांधी का नारा-मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं, नारा भी युगांतकारी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पहचान में महिलाओं का योगदान है। वीर शहीदों का है। स्वतंत्रता सैनानियों का है। आज हम एक संकल्प-उत्तराखंड का सम्मान, चार धाम हजारों काम, को उत्तराखंड को समर्पित कर रहे हैं। इस घोषणापत्र को हम पूरी तरह लागू करेंगे। उन्होंने बताया कि हमने अपने पिछले कार्यकाल के कार्यों का इस घोषणापत्र में जिक्र किया। उन्होंने जनता से अपील की है कि 2022 में हमारे हाथ में बागडोर दीजिए। खनन प्रेमियों से छुटकारा दिलाइए। इन्होंने भूकानून बदला। हमने कहा कि जनता की आकांक्षाओं का भूकानून लाएंगे। हमने तीन तरह की पेंशन को 18 प्रकार की पेंशन की। अब इसे 21 प्रकार की पेंशन करेंगे। हम आगे के लिए जो कह रहे हैं उसे पूरा कर दिखाएंगे। इन्होंने पांच साल में कुछ नहीं बदला। सिर्फ सीएम बदलकर जनता को धोखा दिया। हम पांच साल में चार लाख स्थायी रोजगार देंगे। पांच साल में हर साल पांच लाख युवाओं को 40 हजार रुपये देंगे।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि आज वो दिन है कि हम अगली आने वाली कांग्रेस की सरकार में क्या करेंगे, उसके बारे में चर्चा करेंगे। कांग्रेस के बनाए हुए बड़े बड़े उद्यमों को बेच कर आज देश की सरकार चला रहे हैं। अब इनके जुमलों में मत फंसे। आपने पांच साल देख लिए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने गड्ढ़े खोदे, विकास रोका। अब कांग्रेस को लाना है और गड्ढ़ों को भरना है।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि 2017 में राज्य में विधानसभा चुनाव हुई और कांग्रेस परास्त हुई और हम मात्र 11 विधायक चुनकर विधानसभा गए। कार्यकर्ता हताश था। इसके बाद सड़क से लेकर सदन तक सभी ने सामूहिक प्रयास किया और आज कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी ने बड़े बड़े वायदे किए थे, लेकिन जिनके हाथों में सत्ता थी, वो सरकार विफल रही। किसान आंदोलन को बाध्य है। देवभूमि में किसानों ने आत्महत्या की, लेकिन सरकार के कान तक जूं नहीं रेंगी। रोजगार का वादा किया, लेकिन उत्तराखंड बेरोजगारी में पहले स्थान पर है। उन्होंने कोरोनाकाल के दौरान सरकार की अव्यवस्था की याद दिलाई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पूर्व मंत्री नवप्रभात ने कहा कि कांग्रेस घोषणापत्र में प्रयास किया है कि पूरे प्रदेश के विकास को ध्यान रखा जाए।
पांच फरवरी को राहुल आएंगे उत्तराखंड
इसके बाद पांच फरवरी को पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड आएंगे। उनकी सभा देहरादून अथवा हरिद्वार में से किसी एक स्थान पर कराई जाएगी। उसी स्थान से उस सभा का सजीव प्रसारण भी सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में किया जाएगा। इससे पहले सोमवार को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट देहरादून पहुंचे। उन्होंने राजपुर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया था।