करोड़ों की एमडीएमए के साथ गिरफ्तार महिला के पति राहुल ने आत्मसमर्पण किया, कुनाल की तलाश में जुटी हैं पुलिस टीमें

बनबसा/चम्पावत। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति के कुशल निर्देशन में दिनांक 12/7/25 को चम्पावत पुलिस टीम द्वारा एक बड़ी कार्यवाही करते हुए भारी मात्रा में (5 किलो 688 ग्राम) MDMA सिंथेटिक ड्रग्स अभियुक्ता ईशा पत्नी राहुल कुमार निवासी ग्राम पम्पापुर थाना बनबसा, जिला चम्पावत के कब्जे से बरामद की गई थी। जिस संबंध में थाना बनबसा में मु0 एफआईआर नंबर-67/20225 धारा 8/21/22/29 एनडीपीएस एक्ट बनाम ईशा आदि पंजीकृत किया गया था। पूछताछ में बरामद माल MDMA ड्रग्स को राहुल पुत्र स्व. गणेश राम निवासी ग्राम पम्पापुर थाना बनबसा जिला चम्पावत उम्र-30 वर्ष व कुनाल पुत्र राम लाल निवासी गैंडाखाली कोतवाली टनकपुर जनपद चम्पावत द्वारा जनपद पिथौरागढ स्थित अवैध लैब में बनाया जाना तथा जनपद चम्पावत पुलिस की सख्ती के कारण अभियुक्त गणों द्वारा MDMA ड्रग्स ठिकाने लगाने हेतु अभियुक्ता के पास दिया जाना प्रकाश में आया, जिसे जनपद चम्पावत पुलिस टीम द्वारा कुशल व प्रभावी सुरागरसी पतारसी करते हुए अभियुक्त ईशा उपरोक्त के कब्जे से बरामद किया गया व मुकदमा पंजीकृत कर घटना में शामिल अन्य अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी व पूरे नेटवर्क की कमर तोड़ने हेतु कार्यवाही प्रारंभ की गई।
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने अभियुक्त राहुल व कुनाल की गिरफ्तारी को पुलिस टीमें गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। गठित पुलिस टीमों द्वारा लगातार संभावित स्थानों में दबिश दी जा रही थी। चम्पावत पुलिस टीम की सख्त कार्यवाही तथा गिरफ्तारी को लेकर किए जा रहे प्रयासों के दवाब में अभियुक्ता ईशा के पति राहुल कुमार निवासी ग्राम पम्पापुर थाना बनबसा ने 13 जुलाई को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। राहुल कुमार के खिलाफ धारा -8/21/22/29 एनडीपीएस एक्ट के साक्ष्य पाये जाने पर उसे 14 जुलाई को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय ने राहुल के रिमांड को स्वीकार कर उसे न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध किया। मुकदमे में प्रकाश में आये अभियुक्त कुनाल पुत्र राम लाल निवासी गैंडाखाली कोतवाली टनकपुर की धरपकड़ व गिरफ्तारी के लिए जनपद स्तर पर टीमें गठित की गई हैं। साथ ही अपराध से संबंधित साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं।

एसपी अजय गणपति ने कहा है कि अपराध में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी व पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने को लेकर पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सार्वजनिक सहयोग से ही उत्तराखंड को ड्रग-मुक्त बनाया जा सकता है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे या आपके आस-पास कोई सिन्थेंटिक ड्रग बनाने हेतु कोई गोपनीय प्रयोगशाला या अन्य संदिग्ध गतिविधी दिखे या सिन्थेंटिक ड्रग बनाने पर निकलने वाली तीव्र गंध महसूस हो तो कृपया टोल-फ्री नंबर 100/112/निकटवर्ती थाना/चौकी पर सूचना दें।