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अल्मोड़ा के रक्षित ने पीएम मोदी से की बात, इस टेक्नोलॉजी के बताए फायदे, सेना भी होगी मजबूत

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देहरादून/ उत्तराखंड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 113वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, विश्व संस्कृत दिवस, चंद्रयान 3, बच्चों के पोषण, 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी समेत कई मुद्दों पर बात की। इसके अलावा पीएम मोदी ने उत्तराखंड के एक युवक से भी बात की। जिसमें पीएम मोदी ने स्पेस टेक्नोलॉजी यानी स्पेसटेक स्टार्ट-अप गैलेक्सआई पर सवाल पूछे. जिसका जवाब रक्षित ने दिए।

बता दें कि पीएम मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार और स्पेसटेक स्टार्ट-अप गैलेक्सआई को लेकर बात की। जिसमें अल्मोड़ा के रक्षित ने पीएम मोदी को इस टेक्नोलॉजी के फायदे बताए। सबसे पहले पीएम मोदी ने पूछा कि रक्षित आप उत्तराखंड में कहाँ से हैं? जिस पर रक्षित ने बताया कि वो अल्मोड़ा से है। जिसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि बाल मिठाई वाले हैं। साथ ही कहा कि बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन उनके लिए अक्सर बाल मिठाई भेजता और खिलाता रहता है।

रक्षित ने पीएम मोदी को बताया कि हमारी यह टेक्नोलॉजी अंतरिक्ष से बादलों के आर-पार देख सकती है। खास बात ये है कि इससे रात में भी देख सकते हैं। जिससे रोजाना देश के किसी भी कोने के ऊपर से एक साफ तस्वीर खींच सकते हैं। इस डाटा का इस्तेमाल उन क्षेत्रों में विकास करने में किया जाएगा। रक्षित ने बताया कि यह टेक्नोलॉजी भारत को अत्यंत सुरक्षित बनाएगी। हमारे बॉर्डर, महासागर और समुद्र के ऊपर रोजाना मॉनिटर कर सकेंगे। इससे दुश्मनों की गतिविधियों पर भी नजर रख सकेंगे। साथ ही हमारी सेना को खुफिया जानकारी (Intelligence Provide) प्रदान करना कर सकेंगे।

बताया कि इस टेक्नोलॉजी से भारत के किसानों को सशक्त बना सकेंगे। जिसके लिए पहले से ही एक खास प्रोडक्ट बनाया है। जिसमें अंतरिक्ष से भारत के झींगा किसानों के तालाब के पानी की क्वालिटी माप सकता है। हम चाहते हैं आगे दुनिया के लिए बेस्ट क्वालिटी का सैटेलाइट इमेज जारी करें। खासकर ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने के लिए बेस्ट सैटेलाइट डाटा उपलब्ध करा सकें। जिस पर पीएम मोदी ने कहा कि इसका मतलब हुआ कि आपकी टोली जय जवान भी करेगी, जय किसान भी करेगी। वहीं, पीएम मोदी ने पूछा की आपकी तकनीक की सटीकता कितनी है? जिस पर रक्षित ने बताया कि इससे हम 50 सेंटीमीटर से कम के रिजॉल्यूशन तक जा पाएंगे। जबकि, एक बार में करीब 300 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की छवि ले सकेंगे। जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि यह बात देशवासी सुनेंगे तो उन्हें बड़ा गर्व होगा।