जनपद चम्पावत

वेतन में कटौती से भड़के रोडवेज कर्मचारी, प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री को ज्ञापन भेजे

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टनकपुर/लोहाघाट। संशोधित वेतन निर्धारण में की गई वेतन कटौती के खिलाफ रोडवेज कर्मचारी मुखर हो गए हैं। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े कर्मचारियों ने सोमवार को प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा है कि निगम मुख्यालय के दो सितंबर को जारी पत्र में विशेष ऑडिट के नाम पर वेतन कम कर संशोधित वेतन निर्धारण के अनुसार वेतन भुगतान के निर्देश दिए गए हैं, जो कर्मचारियों को मंजूर नहीं है। उन्होंने वेतन विसंगति समिति की रिपोर्ट आने, सभी कर्मचारियों के प्रत्यावेदनों का महाप्रबंधक संचालन के स्तर से पूर्ण निस्तारण होने तक पूर्व में तय वेतन के अनुसार ही भुगतान मांगा है। आगाह किया है कि प्रत्यावेदनों के निस्तारण से पूर्व कटौती कर वेतन भुगतान की कार्रवाई की गई तो संगठन उसी दिन से बेमियादी कार्य बहिष्कार किया जाएगा। क्षेत्रीय अध्यक्ष राजेंद्र मलिक के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ। ज्ञापन में क्षेत्रीय मंत्री विनोद नौटियाल, प्रांतीय संयुक्त मंत्री इंदर सिंह बिष्ट, प्रांतीय सदस्य भुवन चंद्र पांडेय, रमेश भट्ट, सुशील बाबू, संजय भट्ट, किशोर सिंह, रेवाधर चौड़ाकोटी, योगेश सिंह आदि के हस्ताक्षर थे।
वहीं रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद की लोहाघाट शाखा ने कई मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री को ज्ञापन भेजा। सूरज भान और शंकर पाल के नेतृत्व में रोडवेज कर्मियों ने सोमवार को सहायक महाप्रबंधक नरेंद्र कुमार गौतम के जरिये ज्ञापन भेजा। जुलाई 2021 से नियम विरुद्ध संशोधित वेतन का भुगतान करने का रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने विरोध किया। निगम मुख्यालय ने विशेष ऑडिट के नाम पर वेतन कम कर संशोधित वेतन निर्धारण के अनुसार बिल तैयार कर भुगतान के निर्देश दिए हैं। इसका विरोध कर शासन स्तर पर गठित वेतन विसंगति की रिपोर्ट न आने तक पहले से मिल रहे वेतन पर वृद्धि लगाकर भुगतान करने की मांग की गई। ऐसा न होने पर बेमियादी कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन देने वालों में नंदन भट्ट, भुवन चंद्र आर्य, एसके मौर्य, गोविंदी देवी, रमेश लाल, रामदेव पांडे, चंदेश्वर, सतीश चंद्र जोशी, केदार दत्त जोशी आदि थे।