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ऋषिकेश में मचा बवाल ! तीर्थनगरी में यूट्यूबर तनु रावत का उत्तेजक वीडियो वायरल, हिंदू संगठन ने जताई कड़ी नाराज़गी

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ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर तनु रावत के उत्तेजक डांस वीडियो ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। बताया जा रहा है कि श्री जयराम योग आश्रम परिसर में देर रात अर्धनग्न वस्त्रों में शूट किया गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन ने तीखी आपत्ति दर्ज कराई। संगठन के लोग देर रात आश्रम प्रबंधन के पास पहुंचे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्री जयराम योग आश्रम परिसर में तनु रावत अपने कुछ साथियों के साथ वीडियो शूट कर रही थीं। वीडियो के वायरल होने के बाद संगठन के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और आश्रम प्रबंधन से जवाब तलब किया। इसी दौरान तनु रावत, उसकी सहेली और मां भी पहुंचीं, जिनसे संगठन के प्रतिनिधियों ने शालीनता से बातचीत करते हुए वीडियो दिखाया।

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संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राघव भटनागर ने कहा कि यह कृत्य ऋषिकेश और श्री जयराम आश्रम जैसी पवित्र भूमि की संस्कृति के बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने कहा कि जहां संत परंपरा और साधना की सुगंध हो, वहां इस तरह के अशोभनीय द्दश्य किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं हैं। तनु रावत और उनकी मां ने इस पर अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा कि यह उनका निजी जीवन है और किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करने का उद्देश्य नहीं था। वहीं, लायंस क्लब रॉयल के अध्यक्ष पंकज चंदानी और शहर के व्यापारी ललित मोहन मिश्र ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राघव भटनागर ने कहा कि रात के समय आश्रम परिसर में वीडियो शूट होना और प्रबंधन व सुरक्षा कर्मियों को इसकी जानकारी न होना अत्यंत चिंताजनक है। यह न केवल आश्रम की गरिमा पर प्रश्नचिह्न है बल्कि तीर्थनगरी की मर्यादा से भी खिलवाड़ है।

पहले भी हो चुका है विवाद

गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब ऋषिकेश में इस तरह का विवाद सामने आया हो। इससे पहले ‘मिस ऋषिकेश’ ऑडिशन के दौरान भी हिंदू संगठनों ने वेस्टर्न कपड़ों पर आपत्ति जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया था और ऑडिशन रोकने की कोशिश की थी। इसके बाद काफी हंगामा हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने हिन्दू संगठन नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।

कौन हैं तनु रावत…

तनु रावत उत्तराखंड की जानी-मानी सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जिनके इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर लाखों फॉलोवर्स हैं। उनके वीडियो अक्सर प्रदेश की पारंपरिक और आधुनिक शैली के मिश्रण के कारण चर्चा में रहते हैं। वर्तमान विवाद के बाद स्थानीय स्तर पर दो राय बन गई है। कुछ लोग धार्मिक मर्यादाओं के सम्मान की बात कर रहे हैं, जबकि अन्य का कहना है कि यह व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का मामला है। फिलहाल इस मामले में प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।