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रूस यूक्रेन युद्ध # मां लड़ीधूरा भगवती से की पुत्र के सकुशल लौटने की प्रार्थना

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बाराकोट। रूस यूक्रेन युद्ध से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र छात्राएं खासी मुसीबत में हैं। यूक्रेन से बच्चों के लौटने का क्रम जारी है। वहां फंसे बच्चों के माता पिता बेहद चिंतित हैं। युद्ध की वजह से विदेशी धरती पर फंसे ऐसे ही एक छात्र के पिता ने आज मां भगवती लड़ीधूरा से पुत्र के सकुशल घर लौट आने की प्रार्थना की। रविवार को नारायण दत्त जोशी ने अपने यूक्रेन में फंसे बेटे की सकुशल घर वापसी के लिए लड़ीधूरा मां भगवती मंदिर में प्रार्थना की। नारायण दत्त जोशी के कनिष्ठ पुत्र आदित्य शर्मा वर्ष 2017 से यूक्रेन के ट्रेनोपिल शहर में रहते हैं। जहां वह ट्रनोपिल स्टेट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र हैं। नारायण दत्त जोशी ने बताया कि जब से रूस और यूक्रेन बीच युद्ध के हालात पैदा हुए तब से वह अपने पाल्य के सकुशल घर वापसी के लिए बहुत परेशान थे। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह भारत के 20,000 से अधिक मेडिकल के छात्रों को स्वदेश वापस लाने के लिए प्रयास किए हैं, वह काबिले तारीफ हैं। मोदी ने सकारात्मक पहल करते हुए यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानियां के राष्ट्रपति से सकारात्मक वार्ता कर छात्रों की घर सकुशल वापसी का रास्ता निकाला। भारतीय छात्रों को जिन बसों से ले जाया जा रहा है उनमें तिरंगा लगाया गया है। तिरंगे को देखते ही रोमानिया के सुरक्षाकर्मी भारतीय छात्रों को अपनी सीमा में सम्मान सहित प्रवेश करवा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि मोदी है तो मुमकिन है। नारायण दत्त जोशी ने बताया कि उनका पुत्र रोमानीय पहुंच गया है। उसके दो—तीन दिन में स्वदेश लौटने की उम्मीद है। श्री जोशी राजीव गांधी नवोदय विद्यालय लोहाघाट में गणित के अध्यापक हैं। उनकी धर्मपत्नी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय छुलापैं, बाराकोट में हिंदी की अध्यापिका हैं। उन्होंने जिलाधिकारी चम्पावत विनीत तोमर एवं पुलिस अधीक्षक के प्रयासों की भी सराहना की है। नारायण दत्त जोशी के साथ लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नगेंद्र कुमार जोशी ने भी सभी भारतीय छात्रों की सकुशल घर वापसी के लिए मां भगवती से प्रार्थना की।

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नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड